शक्ति की उपासना का पर्व यानि नवरात्र पूरे भारत वर्ष में बड़ी ही श्रद्धा एवं उत्साह से मनाया जा रहा है। इन दिनों मुख्य रूप से मां भगवती दुर्गा की आराधना की जाती है। नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ-स्वरूपों, जिन्हें हम नवदुर्गा कहते हैं, जिनके नाम हैं शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी तथा सिद्धिदात्री हैं, की पूजा होती है। वास्तु विद्वानों के अनुसार देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्र के किसी भी दिन घर में विशेष सामान लाना चाहिए। इससे न केवल देवी मां प्रसन्न होंगी बल्कि सभी बुरी शक्तियां घर से भाग जाएंगी, नकारात्मकता घर में प्रवेश नहीं कर सकेगी और अन्न-धन की भी कभी कमी नहीं रहेगी।
मोर पंख- घर के पूजा घर में मोर पंख स्थापित करने से अमंगल टल जाता है, बुरी शक्तियां और प्रतिकूल चीजों के प्रभाव जोर नहीं पकड़ पाते। मोर पंख को घर के दक्षिण-पूर्व कोण में लगाने से धन की वृद्धि होती है।
सोलह श्रृंगार का सामान- घर के मंदिर में नवदुर्गा को सोलह श्रृंगार का सामान अर्पित करना चाहिए इससे धन, सुख-शांति में वृद्धि होती है। किसी सुहागन महिला को सोलह श्रृंगार का सामान भेंट करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है।
कमल का फूल- कमल के फूल को धार्मिक शास्त्रों में बहुत महत्व दिया गया है। धन की देवी लक्ष्मी भी कमल के फूल पर विराजमान रहती हैं। नवरात्र के दौरान घर में कमल के फूलों का कोई चित्र लगाया जाए तो अन्न-धन की कभी कमी नहीं रहेगी। शुक्रवार को देवी लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित करने से वो सदा अंग-संग रहती हैं।
सोने-चांदी के सिक्के- घर में सोने-चांदी के सिक्के लाएं, जिन पर देवी लक्ष्मी और श्री गणेश के चित्र अंकित हो। फिर उन्हें अपनी तिजोरी में रखें।
महालक्ष्मी का चित्र- महालक्ष्मी का ऐसा चित्र घर में लाएं जिस पर वो बैठी मुद्रा में कमल के फूल पर विराजित हो और उनके हाथ से धन वर्षा हो रही हो। मां का ऐसा रूप आपके घर में भी सदा धन वर्षा करता रहेगा।