पुराणों में शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है। वह हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की अशुभ छाया का प्रभाव पड़ जाता है तो उसके अच्छे दिनों का अंत हो जाता है। चारों ओर से परेशानियां उसे घेरे रहती हैं। कई बार तो शनि की साढ़ेसाती अथवा ढैय्या आने से पहले ही कुछ संकेत मिलने लगते हैं। आइए जानें-
घर की दीवारों पर पीपल का उगना।
घर में मकड़ी के जाले लगना।
नमकीन और मीठे पदार्थों पर चींटियों का आना।
काली बिल्लियां घर में अथवा आस-पास मंडराने लगे।
छोटी-छोटी बात पर किसी से वाद-विवाद होने लगना।
नशे और बुरे व्यसनों की लत लगना।
कोर्ट-कचहरी के चक्करों में पड़ जाना।
अपना जीवनसाथी होने के बावजूद किसी दूसरे की तरफ आकर्षित होने लगना।
कर्जों के बोझ तले दबते जाना।
न चाहते हुए भी झूठ का सहारा लेना।