जैसे कि सब जानते हैं कि नवरात्रि शुरू होते ही हर कोई देवी की आराधना में जुट जाता है। इस दौरान सभी मां को रिझाने में व्यस्त होता है क्योंकि कहा जाता है कि देवी नवरात्रि में अपने भक्तों पर बहुत जल्दी प्रसन्न होकर कृपा करती हैं। बता दें कि शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि के इन पावन दिनों में आद्यशक्ति मां दुर्गा के 9 रूपों की विशेष पूजा आराधना की जाती है। साल में कुल 4 नवरात्रि होते हैं, 2 गुप्त नवरात्र व 2 आश्विन और चैत्र नवरात्र। कहते हैं कि इन चारों में सबसे ज्यादा महत्व चैत्र नवरात्र का होता है। ज्योतिष में कहा गया है कि अगर किसी के जीवन में कोई परेशानी हो या कोई अधूरी इच्छा हो तो नवरात्र के 9 दिनों तक कपछ खास उपाय करने से माता रानी 9 दिनों में हर अधूरी इच्छा को पूरा कर देती हैं।
यहां जानें 9 दिनों में बीज मंत्र का जाप से कौन सी 9 कामनाएं होती हैं-
-समस्त रोग नष्ट हो जाते है,।
-दीर्घ आयु प्राप्त होती है ।
-ग्रह बाधा व भूत, प्रेत आदि संबंधित समस्या दूर हो जाती हैं।
-निसंतान को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है यानि बांझ स्त्री शीघ्र गर्भ धारण करती है।
-घर में लक्ष्मी का वास स्थिर हो जाता है।
– धनकामी को धन, विद्यार्थी को विद्या, यशकामी को यश प्राप्त होता है।
– बिज़नेस और नौकरी में पैदा सभी बाधाएं समाप्त हो जाती हैं।
– घर में होने वाले कलह-क्लेश हमेशा-हमेशा के लिए समाप्त हो जाते हैं।
-शत्रु मित्र बन जाते हैं।
यहां जानें मां दुर्गा के 9 दिनों तक जपे जाने वाले 9 दिव्य शक्ति मंत्र-
-शैलपुत्री : ह्रीं शिवायै नम: ।
– ब्रह्मचारिणी : ह्रीं श्री अम्बिकायै नम: ।
– चन्द्रघंटा : ऐं श्रीं शक्तयै नम: ।
– कूष्मांडा : ऐं ह्री देव्यै नम: ।
– स्कंदमाता : ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम: ।
– कात्यायनी : क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम: ।
– कालरात्रि : क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम: ।
– महागौरी : श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम: ।
– सिद्धिदात्री : ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम: ।
आपकी जानकारी के लिए बता दें इन मंत्रों का जाप करने से पूर्व देवी के मंदिर फिर घर के पूजा घर में गाय के घी का दीपक अवश्य जला लें। इसके बाद लाल, फूल, अक्षत (चावल) दाहिन हाथ में लेकर मां दुर्गा के 9 स्वरूपों का आवाहन करें। फिर तुलसी की माला से उपरोक्त दिए गए मंत्रों का 108-108 माला जप करें। धयान रहे ये मंत्र जाप 9 दिनों तक करें और आखिर के दिन 51-51 आहुति से हवन अवश्य करें।