कोरोना वायरस ने इंसानों के बाद अब जानवरों को भी तेजी से चपेट में लेना शुरू कर दिया है। एक कुत्ते की कोरोना से मौत व चिडियाघर के बाघ व 2 पालतू बिल्लियों में संक्रमण के बाद अब हागकांग के दो और पालतू कुत्तों में वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। इन कुत्तों में संक्रमण इन्हीं के आसपास के लोगों से ही फैला। यह दावा हांगकांग और ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने किया है। शोधकर्ताओं ने बताया कि खास बात यह है कि इन दोनों कुत्तों में वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी भी बनी है। नेचर जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, कुत्तों में एंटीबॉडी का विकसित होना यह बताता है कि वायरस उनमें पहले से कभी नहीं था।
इंसानों से पहुंचे संक्रमण के बाद इसकी शुरुआत हुई। शोधकर्ताओं के मुताबिक, दोनों ही कुत्तों में संक्रमण इनके परिजनों से फैला क्योंकि वो भी संक्रमित थे। इनमें एक कुत्ता 17 साल का पोमेरेनियन और दूसरा 2.5 साल का जर्मन शेफर्ड था। पोमेरेनियन का जीवनकाल आमतौर पर 12 से 16 साल का होता है, लेकिन जिसे संक्रमण फैला उसकी उम्र 17 थी। वह हार्ट डिसीज, हायपोथायरोडिज्म, क्रॉनिक किडनी डिसीज और पल्मोनरी हायरपटेंशन से जूझ रहा था। दोनों ही मामलों से एक बात और स्पष्ट हो रही है कि संक्रमण का उम्र से कोई खास कनेक्शन नहीं है, लेकिन पहले से चली आ रही बीमारियों से जरूर है। एक और हैरानीजनक तथ्य यह है कि दूसरा जर्मन शेफर्ड प्रजाति का संक्रमित कुत्ता स्वस्थ था।
जब उसकी नाक और मुंह से सेैम्पल लिया गया तो कोरोना की पुष्टि हुई, जबकि उसके मल की रिपोर्ट निगेटिव आई। दोनों ही में एंटीबॉडी का असर कोरोनावायरस पर हो रहा था। क्वारैंटाइन के दौरान दोनों में ही संक्रमण के लक्षण नहीं दिखे। शोधकर्ताओं के मुताबिक संक्रमित इंसान और कुत्तों में मौजूद कोरोना वारयरस का जीनोम सिक्वेंस एक जैसा था। इससे इसकी पुष्टि भी होती है कि जानवर में संक्रमण इंसान के जरिए फैला है। इसके अलावा कुत्ते में रहते हुए कोरोनावायरस ने खुद को म्यूटेट (बदलाव) नहीं किया। जर्मन शेफर्ड के साथ उसी घर में एक और कुत्ता था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। क्वारैंटाइन के बाद कुत्ते की हुई मौत: क्वारैंटाइन से रिलीज होने के बाद बुजुर्ग पोमेरेनियन की कुछ दिनों बाद मौत हो गई।
शोधकर्ताओं का कहना है कि वह कई तरह की बीमारियों से जूझ रहा था, यह मौत का कारण हो सकता है। इसकी पूरी जानकारी नहीं सामने आ पाई क्योंकि कुत्ते के मालिक ने उसकी ऑटोप्सी कराने से इंकार कर दिया था। शोधकर्ताओं के मुताबिक, एक बात साफ है कि कोरोना का संक्रमण इंसानों के अलावा पालतू जानवरों में भी हो रहा है। बता दें कि हाल ही में न्यूयॉर्क के चिड़ियाघर में भी कई नर-मादा चीता और शेर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, इनमें संक्रमण वायरस से संक्रमित बिना लक्षण वाले एक कर्मचारी से फैला था।