Saturday , February 15 2025 10:47 PM
Home / Spirituality / वर्ष 2025 में लगने वाले हैं चार ग्रहण, जानें कितने भारत में देंगे दिखाई, तारीख के साथ पूरी जानकारी

वर्ष 2025 में लगने वाले हैं चार ग्रहण, जानें कितने भारत में देंगे दिखाई, तारीख के साथ पूरी जानकारी


वर्ष 2025 में चार ग्रहण लगने वाले हैं। इनमें से दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण होंगे। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि इनमें से कितने ग्रहण भारत में दिखाई देंगे। 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को शुरू होगा और यह केवल आंशिक रूप से दिखाई देगा।
वर्ष 2025 में चार महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाएं होंगी। इनमें से दो सू्र्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण हैं। लेकिन, इनमें से सिर्फ एक ही भारत में दिखाई देगा। ऐसे में बाकी के तीन ग्रहण भारत में नहीं लगेंगे। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को लेकर भारत में शुरू से ही उत्सुकता रहती है। हिंदू धर्म में ग्रहण को काफी महत्व दिया गया है। धर्मग्रंथों में ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ काम को करने की मनाही है, हालांकि विज्ञान ऐसा नहीं मानता।
14 मार्च 2025: पूर्ण चंद्र ग्रहण – खगोलविदों के अनुसार, 14 मार्च 2025 को चंद्र ग्रहण लगेगा। दुर्भाग्य से, यह घटना भारत में दिन के समय होगी, जिससे यह भारतीय लोगों के लिए अदश्य हो जाएगी। 14 मार्च का चंद्र ग्रहण अमेरिका, पश्चिमी यूरोप, पश्चिमी अफ्रीका और उत्तरी और दक्षिणी अटलांटिक महासागर जैसे क्षेत्रों में दिखाई देगा।
29 मार्च 2025: आंशिक सूर्य ग्रहण – वैज्ञानिकों ने बताया कि 29 मार्च 2025 को आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। हालांकि, यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आइसलैंड, उत्तरी अटलांटिक महासागर, यूरोप और उत्तर-पश्चिमी रूस में दिखाई देगा।
7-8 सितंबर: पूर्ण चंद्र ग्रहण * 7 सितंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा। यह चंद्र ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा। वैज्ञानिकों ने बताया कि पूर्ण चंद्र ग्रहण एशिया के अन्य देशों के साथ-साथ यूरोप, अंटार्कटिका, पश्चिमी प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया और हिंद महासागर क्षेत्र में भी दिखाई देगा। यह आश्चर्यजनक घटना 7 सितंबर रात 8:58 बजे से सुबह 2:25 बजे तक चलेगी, जिससे चंद्रमा गहरे लाल रंग का दिखाई देगा।
21-22 सितंबर: आंशिक सूर्य ग्रहण – वर्ष 2025 का अंतिम ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण 21-22 सितंबर को होगा। इस आंशिक सूर्य ग्रहण को न्यूजीलैंड, पूर्वी मेलानेशिया, दक्षिणी पोलिनेशिया और पश्चिमी अंटार्कटिका में देखा जा सकता है।