अगर आप प्रेगनेंट हैं, तो अपनी सेफ्टी को लेकर आपके मन में बहुत ज्यादा संशय आ सकते हैं जैसे कि प्रेग्नेंसी में मिक्सर ग्राइंडर का इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं। अब खुद गायनेकोलॉजिस्ट ने बताया है कि प्रेग्नेंसी में मिक्सर ग्राइंडर का प्रयोग करना सही रहता है या नहीं।
गर्भवती महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल होते हैं और अगर पहली बार मां बनने जा रही हों, तो मन में और भी ज्यादा संशय रहता है। बड़ी-बड़ी चीजों को लेकर ही नहीं बल्कि घर के छोटे-मोटे कामों को लेकर भी लगता है कि इसका बच्चे पर क्या असर पड़ेगा। लगभग हर भारतीय महिला प्रेग्नेंसी में भी घर के काम करती ही है और इसमें मिक्सर ग्राइंडर का इस्तेमाल करना भी शामिल है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रेग्नेंसी में मिक्सर ग्राइंडर का उपयोग करना सुरक्षित रहता है या फिर इसकी वाइब्रेशन से बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है? गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर तनुज लवानिया राय ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर के बताया है कि गर्भवती महिलाओं को मिक्सर ग्राइंडर का प्रयोग करना चाहिए या
मिक्सर ग्राइंडर का प्रेग्नेंसी पर असर – गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर तनुज लवानिया राय का कहना है कि इस बात को साबित करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है कि मिक्सर ग्राइंडर का इस्तेमाल करने से शिशु को नुकसान हो सकता है। यहां तक कि इससे निकलने वाली वाइब्रेशन सुपरफीशियल होती हैं और गर्भाशय तक नहीं पहुंच पाती हैं।
शिशु तक नहीं पहुंचती हैं – मिक्सर ग्राइंडर की सरफेस वाइब्रेशन गर्भाशय या शिशु को प्रभावित नहीं करती हैं। डॉक्टर राय का यह भी कहना है कि शिशु गर्भाशय के अंदर एम्निओटिक फ्लूइड से सुरक्षित रहता है जिससे उस तक मिक्सर की वाइब्रेशन नहीं पहुंच पाती हैं। अध्ययनों में भी सामने आया है कि होम एप्लायंसेस से गर्भवती महिला को कोई नुकसान नहीं होता है। इसमें मिक्सर ग्राइंडर भी शामिल है।
मिक्सर ग्राइंडर का शोर – ये तो थी एक्सपर्ट की राय, अब कई महिलाओं को मिक्सर ग्राइंडर से निकलने वाली आवाज से शिशु की सेहत को नुकसान होने का डर लगा रहता है। बता दें कि शिशु को गर्भाशय में तेज आवाज से इंसुलेशन मिलता है जिससे उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इसके अलावा मिक्सर ग्राइंडर चलाने में कोई बहुत मेहनत नहीं लगती है। यह मां के लिए भी एकदम सुरक्षित है।
क्या कहती हैं स्टडी – Pubmed में प्रकाशित एक स्टडी में गर्भवती महिला पर बाहरी वाइब्रेशन के प्रभाव की जांच की गई थी। इसमें पाया गया कि लो इंटेंसिटी वाली वाइब्रेशन जो कि होम एप्लायंसेस से निकलती हैं, उनका भ्रूण की सेहत या विकास पर कोई असर नहीं पड़ता है। इस स्टडी भी यह भी बताया गया कि हल्की वाइब्रेशन प्रेग्नेंसी में सुरक्षित होती है और इससे मां को कोई शारीरिक असहजता नहीं होती है।
Home / Lifestyle / प्रेगनेंट औरत का मिक्सर ग्राइंडर चलाना कहीं खतरनाक तो नहीं? वाइब्रेशन का शिशु पर पड़ेगा कैसा असर