इन पवित्र मालाओं से बदल सकते हैं किस्मत, दूर होते हैं ग्रह दोष : यूं तो कई तरह की मालाओं के बारे में शास्त्रों में बताया गया है लेकिन कुछ मालाओं से जप करने पर आप भाग्य चमका सकते हैं। मालाएं कई प्रकार की होती हैं, जैसे तुलसी, स्फटीक, रुद्राक्ष आदि। इनको धारण करने से ना सिर्फ देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है बल्कि धन संबंधित समस्याओं का अंत होता है। इन दिव्य मालाओं के धारण करने से और उनके नियमों का पालन करने से कई चमत्कार देखने को मिलते हैं। जिस तरह रुद्राक्ष के धारण करने से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है और समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है, उसी तरह अन्य दिव्य मालाओं के धारण करने से आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है। आइए जानते किस माला को धारण कने से क्या लाभ होता है….
स्फटीक की माला : स्फटीक के पत्थर देखने में कांच जैसे दिखाई देते हैं। इस माला को धारण और जप करने से शुक्र ग्रह दोष दूर कर सकते हैं। साथ ही माला लक्ष्मी की उपासना के लिए स्फटीक की माला शुभ मानी गई है। अगर आपकी कुंडली में शुक्र गतिरोध बढ़ा रहा है, जिससे आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो आपको स्फटीक की माला से सरस्वती के बीज मंत्रों का जप करें। इससे ज्ञान, बुद्धि का विकास होगा और धन सुख की भी प्राप्ति होगी। साथ ही परिवार के बीच प्रेम भाव बना रहता है।
तुसली की माला : तुलसी के बीजों की माला बहुत शुभ मानी जाती है और इसमें विघुत शक्ति होती है। इस माला के पहनने से यश और कीर्ति तो बढ़ती ही है साथ में आर्थिक समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है। तुलसी की माला धारण करने से अनेक यज्ञों का पुण्य मिलता है, ऐसी मान्यता है। तुलसी की माला से लक्ष्मीजी के बीज मंत्रों का जप करने से धन लाभ होता है। हर प्रकार की आर्थिक समस्या से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु की प्रसन्नता भी प्राप्त होती है। लेकिन तुलसी माला धारण करने पर कई नियमों का पालन करना पड़ता है। तुलसी की माला पहनने वाले व्यक्ति को तामसिक भोजन और मदिरा से दूर रहना चाहिए और अनैतिक गतिविधि से दूर रहना चाहिए। तभी इस माला के जप का फायदा होगा।
रुद्राक्ष की माला : रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं और अपने आकार और प्रकृति के गुणों के कारण हर रुद्राक्ष का लाभ अलग मिलता है। रुद्राक्ष न केवल ग्रह-नक्षत्रों को संतुलित करता है बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक है। लेकिन धन वृद्धि के लिए सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना अधिक फलदायी माना गया है। जिनको धन की कामना है, वह यह रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं। स्पतमुखी रुद्राक्ष सप्तमातृकाओं का प्रतिक माना जाता है। इसको धारण करने से माता लक्ष्मी प्रस्नन रहती हैं और शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत मिलती है।
कमल गट्टे की माला : कमल के बीजों से कमल गट्टे की माला बनती है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है। इस माला को धारण कर जप करने से न केवल महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं बल्कि शत्रुओं पर भी विजय मिलती है। शास्त्रों में बताया गया है कि लक्ष्मी देवी की सिद्धि के लिए कमल गट्टे की माला से जप करना चाहिए। इस माला से जप करने पर आपके आसपास सकारात्मक ऊर्जा का चक्र बन जाता है, जो नकारात्मक शक्तियों से बचाता है। इस माला से लक्ष्मी स्त्रोत और कनकधारा स्तोत्र का जप करना काफी लाभदायक माना गया है। इससे आपको अचानक धन की प्राप्ति होती है और धन संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
लाल चंदन की माला : लाल चंदन की माला धारण करने से मंगल ग्रह शांत होता है और शुभ फल देता है। यह माला लाल चंदन से बनती है और मुख्य रूप से देवी की साधना करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। इस माला को धारण करने से बल एवं साहस में वृद्धि होती है। इस माला से दुर्गा के बीज मंत्रों का जप करने से कई लाभ मिलते हैं। इससे देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और धन वृद्धि, समृद्धि और ऐशवर्य के योग बनते हैं। साथ ही नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है।