
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी से मानवीय आधार पर सहायता के लिए मदद मांगी है. भारत के दौरे पर आईं यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमिन झापरोवा ने मंगलवार (11 अप्रैल) को राज्य विदेश मंत्री मीनाक्षी लेखी को यह पत्र सौंपा.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अपने पत्र में भारत से अतिरिक्त दवाओं और चिकित्सा उपकरणों को भेजे जाने की मदद करने का अनुरोध किया है. वहीं, यूक्रेन की विदेश मंत्री ने कहा है कि यूक्रेन यूद्ध के समय उनके देश में पढ़ रहे भारत के मेडिकल छात्रों को राज्य में उनकी योग्यता के लिए परीक्षा देने की अनुमति देगा जोकि भारत के हजारों छात्रों के लिए बड़ी राहत की बात होगी जिनको युद्ध शुरू होने के बाद भारत आना पड़ा था.
भारत के साथ गहरे संबंध चाहता है यूक्रेन
भारत में एक थिंक टैंक को संबोधित करते हुए डिप्टी विदेश मंत्री एमिन जापारोवा ने कहा कि रूस के साथ खड़े होने का अर्थ इतिहास के गलत पक्ष के साथ होना है और उनका देश भारत के साथ घनिष्ठ संबंध चाहता है. इस दौरान जापारोवा ने यह भी कहा, पाकिस्तान के साथ उनके देश के सैन्य संबंध करीब तीन दशक पहले शुरू हुए थे लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि उनका पाकिस्तान के साथ गठजोड़ भारत के खिलाफ है.
यूक्रेन का दौरा करें भारतीय अधिकारी – यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमिन ने भारतीय अधिकारियों से अपील करते हुए कहा भारत एक वैश्विक नेता और जी-20 के मौजूदा अध्यक्ष के रूप में शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभा सकता है. इसके लिए भारत के अधिकारियों को यूक्रेन का दौरा करना चाहिए.
उन्होंने कहा, इससे भारत का यूक्रेन के नजरिए को लेकर परिवर्तन आएगा. उन्होंने कहा, यूक्रेन के साथ नए और बेहतर संबंध बनने में भले ही भारत को समय लग सकता है लेकिन वह एक दिन ऐसा कर पाने में जरूर सक्षम हो पाएगा.
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