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भारत, पाकिस्‍तान नहीं बांग्‍लादेश आतंकवाद से सबसे ज्‍यादा प्रभावित, ग्‍लोबल टेरर इंडेक्‍स का खुलासा


ग्‍लोबल टेरर इंडेक्‍स 2023 में बांग्‍लादेश इस बार तीन स्‍थान ऊपर चला गया है। इंडेक्‍स पर अगर यकीन करें तो यह देश इस समय आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे अक्षम देश है। लिस्‍ट में 163 देश शामिल हैं। इस लिस्‍ट में उसे इस बार 30वां स्‍थान मिला है। लिस्‍ट के मुताबिक बांग्‍लादेश ने आतंकवाद के मामले में अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। लिस्‍ट में अमेरिका को 43वां स्‍थान मिला है। पाकिस्‍तान की रैकिंग इस लिस्‍ट में छठीं है तो भारत को 13वां स्‍थान दिया गया है। इंडेक्‍स के मुताबिक कई परीक्षणों और परेशानियों के बाद भी बांग्‍लादेश ने आतंकवाद विरोधी आंदोलन को बढ़ाने में कोई रूचि नहीं दिखाई है।
साल 2005 में बड़ा आतंकी हमला- बांग्लादेश में, कानूनी एजेंसियों के साथ ही साथ आतंकवाद विरोधी मिशन सरासर सरकारी इच्छा शक्ति पर है। देश ने एक शांति-समर्थक देश के रूप में अपनी अंतरराष्‍ट्रीय छवि को बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बांग्‍लादेश को यह बखूबी मालूम है कि कैसे आतंकवाद देश के विकास में तेजी से बाधा बन सकता है और उसके सामने पाकिस्तान का उदाहरण है। बांग्लादेश ने पहली बार साल 2005 में बड़े पैमाने पर आतंकी हमले का अनुभव किया, जब एक इस्‍लामिक आतंकवादी समूह, जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) ने 30 मिनट में 63 जिलों में 459 बम विस्फोट किए।
इस भयावह घटना ने देश को यह अहसास करा दिया कि आतंकवाद उसकी दहलीज पर पहुंच गया है। साल 2009 तक, आतंकी गतिविधियों में और इजाफा हुआ। बांग्लादेश के पास उस समय इस तरह के संकट से निपटने के लिए बुनियादी ढांचा नहीं था, लेकिन उस समय सरकार के पास जो कुछ भी था, उसके साथ सरकार ने आतंकवादियों पर दुगना काम किया।
दक्षिण एशिया सबसे ज्‍यादा प्रभावित – दक्षिण एशिया के तीन देश भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान, उन टॉप 15 देशों में शामिल हैं, जिनके आतंकवादी गतिविधियों से सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंका है। पाकिस्तान में आतंकी हमलों में 643 मौतें हुईं। पाकिस्‍तान में साल 2021 की तुलना में साल 2022 में आतंकवादी हमलों से होने वाली मौतों में 120 फीसदी का इजाफा हुआ है। ज्‍यादातर लोगों की जान बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की तरफ से अंजाम दिए गए आतंकी हमलों में हुई है।