
भारत और अमेरिका में ट्रेड डील की चर्चाओं के बीच सवाल ये उठ रहा कि इसका इंडियन इकोनॉमी पर कैसा असर पड़ेगा। इसे लेकर वित्त मंत्रालय ने अहम दावा किया है। विभाग के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है। एक्सपर्ट्स ने इसके लिए कई पॉजिटिव प्वाइंट्स का भी जिक्र किया है।
हाल में अमेरिका ने टैरिफ नीति के इस्तेमाल से दूसरे देशों पर मनमाने ढंग से हमला किया। सभी पक्षों ने स्पष्ट रूप से इसका कड़ा विरोध जताया। व्यापक विचार है कि अमेरिका का ये कदम वैश्विक प्रवृत्ति के विपरीत है। इससे दुनिया की अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। अमेरिकी टैरिफ की बाधाओं पर प्रमुख देश अपनी-अपनी रणनीतिक तैयारी कर रहे। ऐसे में भारत भी अमेरिकी प्रेशर से निपटने में जुटा है। एक्सपर्ट्स की मानें तो यूएस के टैरिफ दांव का असर भारत पर नहीं पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत की इकोनॉमी मजबूत स्थिति में है। ऐसा होने की कई अहम वजह है।
इकोनॉमी पर वित्त मंत्रालय ने क्या कहा – वित्त मंत्रालय ने कहा है कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में भारत की अर्थव्यवस्था ठीक रहेगी। हालांकि, कुछ चिंताएं हैं। चीन से आने वाले सामान की सप्लाई में दिक्कतें आ रहीं। अमेरिका ने कुछ चीजों पर टैक्स बढ़ा दिए हैं। इन वजहों से भारत को थोड़ी परेशानी हो सकती है। वित्त मंत्रालय ने अपनी मासिक आर्थिक समीक्षा में यह बात कही है।
चीन-अमेरिका का कितना असर – मंत्रालय ने कहा है कि चीन ने रेयर अर्थ मैग्नेट पर रोक लगा रखी है। यह भारतीय कंपनियों के लिए एक बड़ी समस्या है। दुर्लभ पृथ्वी चुंबक एक खास तरह की चीज होती है। इसका इस्तेमाल कई चीजों को बनाने में होता है। अमेरिका में मंदी आ सकती है। अगर ऐसा हुआ तो भारत से होने वाला निर्यात कम हो सकता है। इसका मतलब है कि भारत से सामान बाहर कम जाएगा। इससे भारत को नुकसान हो सकता है।
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