
चीन में मुस्लिमों के खिलाफ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी सरकार (CPP) के खिलाफ मुस्लिमों पर अत्याचार के आरोप लग रहे हैं। खासकर शिनजियांग प्रांत में उइगरों की संस्कृति को खत्म करने के लिए मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप भी लगाया है। अब गान्सू के लिंशिया में भी मस्जिदों के गुंबद तोड़े जाने की खबरें सामने आने लगी हैं। इससे पहले आतुश में मस्जिद गिराकर शौचालय बनाने की खबर सामने आई थी।
लिंशिया को कभी ‘चीन का छोटा मक्का’ कहा जाता था। अब यहां से हर मस्जिद के गुंबद को तोड़ा जा रहा है। सैटलाइट तस्वीरों में ये साफ पता चल रहा है। चीन की सरकार पर आरोप है कि उसके कार्यक्रम के तहत चीन के शहरों में यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। कई मस्जिदों की छतें ऐसे बनाई गई हैं जो सरकार को ज्यादा चाइनीज लग रही हैं। छोटी मस्जिदों को भी टार्गेट किया जा रहा है। मस्जिदों को भी तोड़ा जा रहा है।
उइगरों के खिलाफ अत्याचार
चीन में हुई 2003 की जनगणना में उइगरों की आबादी करीब 90 लाख बताई गई थी जबकि अनाधिकारिक अनुमान में उनकी आबादी उससे भी ज्यादा है। उइगर चीन के 55 अल्पसंख्यक समुदायों में से पांचवां सबसे बड़ा समुदाय है। चीन की सरकार पर आरोप लगते रहे हैं कि उइगरों की सभ्यता को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। यहां तक कि आबादी को नियंत्रित कराने के लिए जबरन गर्भ निरोध और अबॉर्शन कराया जा रहा है। लाखों की संख्या में उइगर चीन के डिटेंशन कैंप में बंद होने की रिपोर्ट्स भी आती रहती हैं।
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