
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को तीन स्थानों पर बादल फटने से भारी तबाही हुई। धराली गांव में खीर गंगा नदी में बाढ़ आने से कई होटल और घर मलबे में दब गए, जिससे कई लोग लापता हैं।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को तीन जगह बादल फटने की घटना हुई, जिससे तबाही मच गई। जिले के धराली गांव में बादल फटने से उसके किनारे बहने वाली खीर गंगा में बाढ़ आने से निचले इलाके में भारी तबाही मच गई। कई होटल और घर मलबे में दब गए। कई लोग लापता है। खीरगंगा के बाद हर्षिल सेना कैंप के पास बहने वाली तेलगाड़ नदी भी उफान पर आ गई। हर्षिल के पास सुक्खी टॉप पर भी बादल फटा। गंगोत्री हाइवे बंद हो गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि खीर गंगा के कैचमेंट एरिया में ऊपर कहीं बादल फटा जिस कारण यह विनाशकारी बाढ़ आई।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर धराली कस्बे में मंगलवार को खीर गंगा में आई विनाशकारी बाढ़ के चलते यहां चलाए जा रहे 20 से 25 होटल और होम स्टे तबाह हो गए है। बादल फटने से आई विनाशकारी बाढ़ से हर्षिल से 5 किलोमीटर पहले धराली कस्बा लगभग तबाह हो गया है। पानी और मलबे के भारी सैलाब में कई मकान और होटल तिनके की तरह बह गए।
हादसे के बाद जान माल के भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है। धराली, गंगोत्री यात्रा का मुख्य पड़ाव है। गंगोत्री आने वाले यात्री धराली में रुकते हैं। इस समय चारधाम की यात्रा जारी है। टूरिस्ट सीजन भी है ऐसे में यहां कई तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के रुके होने की संभावना है। धराली में काफी संख्या में होटल, लॉज और रेस्तरां है। जलजला गुजर जाने के बाद इलाका मैदान नजर आने लगा और यह मलबे से पट गया।
Home / News / India / उत्तरकाशी में आसमान से उतरी जल प्रलय… तिनके की तरह बह गए घर, होटल, भागने का मौका तक नहीं मिला
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