
लगता है पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिका यात्रा उनकी फजीहत के लिए याद की जाएगी। इमरान आज राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे लेकिन ये मुलाकात यादगार होने की बजाय पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गई है। इस पहली मुलाकात से पहले अमेरिकी कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू और ईसाई लड़कियों के अवैध रूप से धर्मांतरण का मुद्दा उठाया है।
अमेरिकी सांसदों ने डोनाल्ड ट्रंप से मांग की है कि अपनी मुलाकात में वह इमरान खान को इस बारे में जरूर सूचित करें। अपनी चिट्ठी में सांसदों ने लिखा है कि अमेरिका पाकिस्तान को लगातार आर्थिक मदद पहुंचा रहा है, लेकिन उसका फायदा होता हुआ नहीं दिख रहा है। इसी के साथ पाकिस्तान के सिंध हिस्से में कुछ हिंदू और ईसाई लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन किया जा रहा है. लेकिन पाकिस्तान की सरकार इसमें किसी तरह का ठोस एक्शन नहीं ले रही है।
सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि सांसदों की तरफ से पिछले एक साल में सिंध में पाए गए 681 HIV के पॉजिटिव केस के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति को सूचित किया गया है, जिसमें 537 तो बच्चे ही हैं. इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है क्योंकि अमेरिका 283 अमेरिकी मिलियन डॉलर रुपये पाकिस्तान को हेल्थ सेक्टर के लिए दे चुका है।बता दें कि बीते दिनों पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों को अगवा करने की घटनाएं सामने आई थीं, जिसमें धर्म परिवर्तन और जबरन शादी का दबाव बनाते हुए हिंदू मूल की लड़कियों को निशाना बनाया गया था।
अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों ने इस वाकये का भी जिक्र किया है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान चुनाव जीतने के बाद पहली बार अमेरिका दौरे पर पहुंचे हैं।अमेरिका पहुंच इमरान खान ने पाकिस्तानी मूल के लोगों को भी संबोधित किया।इस दौरे से पहले पाकिस्तान ने आतंकवादियों पर एक्शन लेने का ड्रामा किया है, जिसके तहत जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद को भी गिरफ्तार किया गया है।
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