
नई दिल्ली. इसरो ने एक साथ 104 सैटेलाइट स्पेस में भेजकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। इस कामयाबी की दुनिया भर में तारीफ हो रही है। इंटरनेशनल मीडिया का कहना है कि भारत स्पेस बेस्ड सर्विलांस और कम्युनिकेशन में तेजी से बढ़ते ग्लोबल मार्केट में अहम खिलाड़ी बनकर उभरा है। बता दें कि भारत ने बुधवार को एक ही रॉकेट से 104 सैटेलाइट लॉन्च करके रूस का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। रूस ने अब तक एक बार में 37 सैटेलाइट लॉन्च किए थे। वर्ल्ड मीडिया में किसने क्या लिखा…
#द न्यूयॉर्क टाइम्स
– एक दिन में सैटेलाइट्स की लॉन्चिग के पिछले रिकॉर्ड से तीन गुना ज्यादा, 104 सैटेलाइट्स की लॉन्चिंग, फिर उन्हें ऑर्बिट में ठीक ढंग से भेजा गया है। इसने भारत को स्पेस बेस्ड सर्विलांस और कम्युनिकेशन के तेजी से बढ़ते ग्लोबल मार्केट में अहम खिलाड़ी के रूप में पेश किया है।”
– अखबार ने आगे लिखा, “लॉन्चिंग में खतरा काफी था, क्योंकि 17000 मील (करीब 27358 kmph) की रफ्तार से जाते रॉकेट जरा-सी गलती से एक-दूसरे से टकरा सकते थे। या गलत दिशा में जा सकते थे। पर इसरो ने टेक्नोलाॅजिकल एक्सीलेंस साबित किया।”
#द वॉशिंगटन पोस्ट
“यह लॉन्चिंग इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) के लिए बड़ी कामयाबी है। कम खर्च में कामयाब मिशन को लेकर इसरो की साख इंटरनेशनल लेवल पर तेजी से बढ़ रही है।”
# द गार्डियन, ब्रिटेन
– “नया रिकॉर्ड ब्रेक करने वाली यह लॉन्चिंग तेजी से बढ़ते प्राइवेट स्पेस मार्केट बाजार में एक संजीदा खिलाड़ी के रूप में भारत को मजबूती देगी।”
– “भारत 1980 में खुद का रॉकेट लॉन्च करके ऐसा करने वाला छठा देश बना था। उसने अपने स्पेस रिसर्च को काफी पहले ही अपनी प्रायोरिटी बना लिया था।”
– “भारत सरकार ने इस साल अपने स्पेस प्रोग्राम के लिए बजट बढ़ा दिया है। साथ ही, वीनस तक मिशन भेजने का एलान कर दिया है।”
#द टाइम्स, लंदन
– “भारत इस कामयाबी से स्पेस की फील्ड में नाम करने वाले इलीट देशों में शामिल हो गया है।”
– “भारत के कई अहम मिशन का खर्च रूसी, यूरोपीय और अमेरिकी मिशन से काफी कम है।”
– “इसरो के मंगल मिशन का खर्च सिर्फ 7.3 करोड़ डॉलर था, जबकि नासा के मावेन मार्स लॉन्च में 67.1 करोड़ डॉलर का खर्च आया था।”
180 विदेशी सैटेलाइट्स लॉन्च कर चुका इसरो
देश सैटेलाइट्स
US 114
कनाडा 11
जर्मनी 10
सिंगापुर 8
UK 6
अल्जीरिया 4
इंडोनेशिया, जापान, स्विट्जरलैंड 3-3 (कुल 9)
इजरायल, नीदरलैंड्स, डेनमार्क, फ्रांस, ऑस्ट्रिया 2-2 (कुल 10)
SKorea, बेल्जियम, अर्जेंटीना, इटली, तुर्की, लक्जेमबर्ग, UAE, कजाकिस्तान 1-1 (कुल 8)
टोटल 180
सैटेलाइट लॉन्चिंग में अमेरिका, चीन और यूरोप की तुलना में भारत 66 गुना सस्ता
– भारत में सैटेलाइट की कमर्शियल लॉन्चिंग दुनिया में सबसे सस्ती पड़ती है।
– इतना ही नहीं, भारत के जरिए सैटेलाइट लॉन्च करना अमेरिका, चीन, जापान और यूरोप से करीब 66 गुना सस्ता पड़ता है।
– यहां तक कि रूस से भी यह चार गुना सस्ता पड़ता है।
देश रॉकेट लागत (रुपए में)
भारत PSLV 100 करोड़
रूस प्रोटोन 455 करोड़
अमेरिका फॉल्कन-9 381 करोड़
जापान एच-2ए 6692 करोड़
चीन लॉन्ग मार्च 6692 करोड़
यूरोप एरियन-5 6692 करोड़
अमेरिका एटलस-5 6692 करोड़
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