आईएसआईएस आतंकियों के क्रूरता की कहानी किसी से छिपी नहीं है। इस खूंखार आतंकी संगठन ने सीरिया और इराक में ऐसी तबाही मचाई कि दुनियाभर के देशों को इनके खिलाफ एक साथ आना पड़ा। शुरू से ही इन आतंकियों का असली निशाना अल्पसंख्यक यजीदी समुदाय रहा है। ये आतंकी बंदूक के दम पर यजीदी महिलाओं को सेक्स स्लेव बनाकर उनका शारीरिक शोषण करते हैं। इनके चंगुल से भागी कई यजीदी महिलाओं ने आईएसआईएस के क्रूरता की कहानी को बयां किया है। ऐसी ही एक यजीदी महिला को इराकी सांसद वियान डाखिल ने आईएसआईएस के गिरफ्त से बचाया था। इसके बाद उस महिला ने जो बताया उसे सुनकर सबके रोंगटे खड़े हो गए।
इराकी सांसद ने बताई रुह कंपाने वाली घटना : इराकी सांसद वियान डाखिल ने मिस्र के टीवी चैनल एक्स्ट्रा न्यूज से बातचीत में कहा कि जिन महिलाओं को हम आईएसआईएस से निकालने में कामयाब रहे, उनमें से एक ने चरम त्रासदी को झेला था। उसे तीन दिनों तक बिना भोजन और पानी के एक तहखाने में कैद रखा गया था। जब उस महिला को बचाया गया तो उसने अपनी कहानी बयां की। उसने कहा कि आईएसआएस आतंकियों ने उसे सेक्स स्लेव बनाकर रखा था। उसके साथ एक साल का बच्चा भी था, जिसे आतंकियों ने जबरन अलग कर लिया था।
बेटे को पकाकर उसका मांस खिलाया गया : तीन दिनों बाद एक जल्लादी आतंकी ने उसके ही बेटे को मारकर उसका मांस पकाया और उस महिला को चावल के साथ खाने को दे दिया। वह बेचारी महिला अनजाने में उस खाने को खा भी लिया था। बाद में महिला को पता चला कि उसे उसके ही बेटे का मांस पकाकर खिला दिया गया है। जिसके बाद वह अपने होश खो बैठी, लेकिन इन आतंकियों के थोड़ी भी रहम नहीं दिखाई।
कौन हैं यजीदी? : यजीदी वो कौम है, जिस पर आईएसआईएस आतंकियों ने सबसे ज्यादा जुल्म ढाहा। इनके कौम के पुरुषों की बर्बर तरीके से हत्याएं की गईं, महिलाओं का बलात्कार कर उन्हे सेक्स स्लेव बनाया गया। लड़कियों को पकड़कर उनकी मंडियां लगाईं गईं। जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया। जिसके बाद से इस समुदाय ने आतंकियों से बचने के लिए इराक के उत्तर पश्चिम की पहाड़ियों पर शरण ली। इनकी सबसे ज्यादा आबादी इराक में रहती है, जहां इनकी संख्या 500000 से 700000 तक है। यजीदी सीरिया, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आर्मीनिया, जॉर्जिया और रूस में भी बसे हुए हैं।
A sex slave captured by ISIS was forced to eat her 1-year-old son with a side of rice, according to a gut-wrenching report.
— Zidan Ismail (@zidan_yezidi) May 16, 2022
The unnamed Yezidi woman — who was starved for three days in an Iraq basement unwittingly ate the boy after barbaric guards cooked and served him to her1/2 pic.twitter.com/AEbN03TOnQ