इस्लामाबाद: पाकिस्तान और पंजाब प्रांत की पीएमएल-एन की सरकारों को हटाने का आह्वान करते हुए मौलाना ताहिर उल कादरी तथा विपक्ष के बड़े नेताओं ने बुधवार को आंदोलन की शुरुआत की। पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के नेता कादरी ने एक बड़ी सभा आयोजित की। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के कई प्रमुख नेता प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे।
पीपीपी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने अपने भाषण की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर हमले से की। उन्होंने कहा कि देश को सिर्फ ‘जाति उमरा’ (शरीफ के आवास) से खतरा है। जरदारी ने कहा, ‘‘वे (पीएमएल-एन) जानते हैं कि वे किसी भी समय अयोग्य ठहराए जा सकते हैं, लेकिन मैं सिर्फ पाकिस्तान के लिए सोचता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘तानाशाह देशों का निर्माण नहीं करते, लेकिन वे देशों को बर्बाद करते हैं। आज हमारे यहां जो समस्याए हैं वो जियाउल हक (सैन्य शासक) की देन हैं।’’