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मुशर्रफ हो जाते अरेस्‍ट! भारत में घुस आए थे पाकिस्तानी सेना चीफ, कहानी उस घुसपैठ की जो रोक सकता था कारगिल युद्ध


पाकिस्तानी सेना की ओर से कारगिल युद्ध शुरु किया गया था। लेकिन इस युद्ध को भारतीय सैनिकों ने बहादुरी के साथ खत्म कर दिया था। कारगिल युद्ध शुरू करने के पीछे पाकिस्तानी सेना के जनरल परवेश मुशर्रफ का दिमाग था। हालांकि वह भारत में घुसपैठ भी कर चुके हैं।
साल 1999 के कारगिल युद्ध के शहीदों की याद में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ ने कुछ जनरलों के साथ मिलकर कारगिल युद्ध को शुरू किया था। लेकिन युद्ध से पहले एक समय ऐसा भी आया था, जब वह भारतीय सेना की ओर से गिरफ्तार कर लिए जाने से बाल-बाल बच गए। अगर ऐसा होता तो संभव था कि यह युद्ध नहीं होता। कथित तौर पर साल 1999 में पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ ने युद्ध शुरू होने से कुछ समय पहले नियंत्रण रेखा (LoC) पार की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक LoC क्रॉस करके वह भारतीय इलाकों में 11 किलोमीटर अंदर घुस आए थे। यहां उन्होंने रात भी बिताई थी। इस इलाके में संघर्ष बढ़ने के कुछ सप्ताह पहले उन्होंने यह कदम उठाया था। पाकिस्तान के टेलीविजन पर कुछ साल पहले आए एक कार्यक्रम में एक पूर्व पाकिस्तानी कर्नल ने इसका खुलासा किया था। रिटायर्ड कर्नल अशफाक हुसैन जो पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा में एक वरिष्ठ अधिकारी थे, ने खुलासा किया कि 28 मार्च 1999 को मुशर्रफ ने एलओसी के पार उड़ान भरी और भारतीय सीमा में 11 किलोमीटर की यात्रा की।
भारतीय इलाकों में भी रुके – मुशर्रफ उस समय सेना प्रमुख थे। उनकी उस घुसपैठ के दौरान उनके साथ 80 ब्रिगेड के तत्कालीन कमांडर ब्रिगेडियर मसूद असलम भी थे। उन्होंने ‘जिक्रिया मुस्तकर’ में रात बिताई, जहां कर्नल अमजद शब्बीर के नेतृत्व में पाकिस्तानी सैनिक मौजूद थे और अगले दिन वह लौट आए। मई 1999 में शुरू हुआ युद्ध उसी साल 26 जुलाई को समाप्त करने की घोषणा की गई थी। इस तिथि को ‘कारगिल विजय दिवस’ के रूप में जाना जाता है। पाकिस्तानी सेना ने भारतीय क्षेत्र में रणनीतिक इलाकों पर कब्जा कर लिया था, जिसे भारतीय सैनिकों ने छुड़ाया था।
पकड़े जाते तब क्या होता? – मुशर्रफ के आने को भारत पकड़ नहीं सका। कर्नल हुसैन ने यह नहीं बताया कि आखिर मुशर्रफ किस मिशन पर थे। हुसैन ने इसका जिक्र अपनी पुस्तक ‘विटनेस टू ब्लंडर: कारगिल स्टोरी अनफोल्ड्स’ में किया था। उनका मानना है कि परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तानी सेना के चार जनरलों के साथ मिलकर इस युद्ध को अंजाम दिया था। स्टैंडर्ड इंडियन ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत अगर भारतीयों ने मुशर्रफ को घुसपैठ के दौरान पकड़ लिया होता तो चेतावनी दी जाती, फिर चुनौती दी जाती और फिर हिरासत में ले लिया जाता। इसके बाद सेना यह जानने का प्रयास करती कि आखिर किन हालातों में घुसपैठ की गई है। क्योंकि कई बार प्राकृतिक आपदाओं के कारण सीमा पार हो जाता है। इसके बाद सरकारी माध्यम से उचित कार्रवाई की जाती।