
अक्षय तृतीय पर सोना खरीदने की परंपरा कैसे शुरू हुई इस विषय में कोई ठोस प्रमाण नहीं मिलता है। लेकिन यह कहा जा सकता है कि अक्षय तृतीया का संबंध अक्षय समृद्धि, अक्षय पुण्य, अक्षय सुख, अक्षय शांति से है। इन सभी चीजों के लिए हमारे धर्म ग्रंथों में दान और पूजन को विशेष रूप से महत्व दिया गया है। लेकन वर्तमान समय में अक्षय तृतीया को धन और स्वर्ण से ऐसा जोड़ दिया गया है कि लोग अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना एक शगुन के रूप में मान बैठे हैं इसलिए जिनके पास सोना खरीदने के लिए पैसा नहीं होता है वह भी किसी तरह जुगाड़ करके कुछ भी छोटा सा भी सोने की कोई चीज खरीदने की कोशिश करते हैं। लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि बिना सोना खरीदे आप महज 5 रूपये में सोना खरीदने और उसे दान करने का पुण्य कैसा हासिल कर सकते हैं।
आपने जौ का नाम तो जरूर सुना होगा। पूजा में जौ का उपयोग भगवान विष्णु और देवी को अर्पित करने के लिए किया जाता है। नवरात्रि में तो लोग अपने घर पर कलश बैठकर जयंती जमाते भी हैं। जिसके लिए जौ को कलश के चारों ओर बोया जाता है। जयंती को बहुत ही पवित्र और शुभता को लाने वाला माना जाता है। इसे नकारात्मकता को दूर करके सकारात्मक ऊर्जा को बढाने वाला और आरोग्य प्रदान करने वाला भी माना जाता है। यही कारण है कि लोग जौ से उत्पन्न जयंती को माता के आशीर्वाद के तौर पर सिर पर रखते हैं। बहुत से लोग इसे अपनी शिखा में भी बांधते हैं। इसे तिजोरी और धन रखने के स्थान में भी रखा जाता है। जौ को शास्त्रों में स्वर्ण भी कहा गया है।
तरक्की और उन्नति के लिए घर में जरूर रखें ये 5 चीजें : अक्षय तृतीया के दिन स्वर्ण की खरीदारी न कर पाएं तो आप महज 5 रूपये का जौ खरीदकर भी सोना खरीदने का शगुन कर सकते हैं। आप जौ को भगवान विष्णु को अर्पित करें और फिर इसे लाल कपड़े में बांधकर धन रखने के स्थान पर रख दें।
अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु की पूजा के बाद कम से कम 5 रूपये का या संभव हो तो सवा किलो जौ खरीदकर किसी पंडित को दान कर दें। इस दान को शास्त्रों में बड़ा ही उत्तम दान कहा गया है। ऐसा दान करने वाला स्वर्ण दान करने के समान पुण्य को प्राप्त करता है और अगले जन्म में धनवान कुल में जन्म पाता है। ऐसे धार्मिक मान्यातएं कहती हैं।
अक्षय तृतीया के दिन जौ खरीदकर आप चाहें तो इसे अपने आंगन में बो सकते हैं। जयंती जितनी अच्छी उगेगी आपकी समृद्धि भी उतनी अच्छी होगी। आप जयंती का जूस भी पी सकते हैं जो सेहत के लिए गुणकारी माना गया है। आप चाहें तो इस जयंती को गाय को भी खिला सकते हैं।
अक्षय तृतीया पर जौ दान का इतना महत्व है कि आप चाहें तो जौ का सत्तू भी इस दिन दान कर सकते हैं।
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