इस्लामाबाद। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि अब अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को कोई मदद नहीं मिलेगी। साथ ही अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 1628 करोड़ रुपये की मदद पर रोक लगा दी है। अमेरिका के इस कदम से भारत खुश है। लेकिन, भडक़े पाकिस्तान ने अमेरिका पर जमकर भड़ास निकाली। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा है कि अमेरिका अफगानिस्तान की लड़ाई के लिए पाकिस्तान के संसाधनों का इस्तेमाल करता है और उसी की कीमत चुकाता है। उन्होंने यहां तक कहा कि ट्रंप के नो मोर का कोई महत्व नहीं है और पाकिस्तान इस तानाशाही को नहीं सहेगा।
पाकिस्तान के टीवी चैनल जियो न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने कहा, हमने अमेरिका को पहले ही कह दिया है कि अब हम उसके लिए और नहीं करेंगे। इसलिए ट्रंप के नोर मोर का कोई महत्व नहीं है। पाकिस्तान को अरबों डॉलर फंड देने को लेकर ट्रंप के दावे पर उन्होंने कहा, यदि हमने यह लिया है तो इसमें पाकिस्तान द्वारा दी गई सेवाओं के बदले भुगतान भी शामिल है। ट्रंप अफगानिस्तान में हार से दुखी हैं और इसलिए वह पाकिस्तान पर दोष मढ़ रहे हैं। हमारी जमीन, रोड, रेल और दूसरी सेवाओं का इस्तेमाल किया गया और इसके बदले हमें भुगतान किया गया। इसका ऑडिट भी हुआ है।
आसिफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान फंड को रोके या नहीं, लेकिन पाकिस्तान को इसकी जरूरत नहीं है। ट्रंप अपने प्रशासन से पूछ सकते हैं कि पाकिस्तान को फंड क्यों दिया गया। आसिफ ने पाकिस्तान के हित को सबसे ऊपर बताते हुए कहा, हमें किसी और दूसरे देश के हित की रक्षा नहीं करनी है। हमारी प्राथमिकता पाकिस्तान की भलाई है। हमारा हित उनसे अलग है और हम उनके सहयोगी नहीं बनेंगे। ट्रंप के ट्वीट को लेकर उन्होंने कहा, इस तरह की तानाशाही किसी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है।
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नववर्ष के मौके पर लंबे समय से दोस्त रहे पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला था। ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को अब कोई मदद नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि जिन आतंकवादियों को हम अफगानिस्तान में तलाश रहे हैं, उन्हें पाकिस्तान अपने यहां सुरक्षित पनाह दे रखा है। ट्रंप ने ट्वीट में इस्लामाबाद की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, पिछले 15 सालों से पाकिस्तान अमेरिका को बेवकूफ बनाकर 33 अरब डॉलर की सहायता प्राप्त कर चुका है और उसने बदले में हमें सिर्फ झूठ और धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया, वह हमारे नेताओं को बेवकूफ समझता है।
उन्होंने कहा, वे उन आतंकियों को सुरक्षित पनाह दे रखे हैं, जिन्हें हम अफगानिस्तान में तलाश रहे हैं। बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके जवाब में पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा एम. आसिफ ने ट्वीट किया था हम जल्द ही ट्रंप के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देंगे। ईंशा अल्लाह..दुनिया को सचाई का पता चलना चाहिए..तथ्यों और कल्पना के बीच का अंतर। आपको बता दें कि पाकिस्तान पर भारत और अफगानिस्तान दोनों देशों के खिलाफ आतंकियों को पनाह देने का आरोप है। लेकिन, इस्लामाबाद बार-बार इन आरोपों को सिरे से खारिज करता रहा है।