
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अखंड भारत को लेकर फिर बयान दिया है। संसद में बने भित्ति चित्र पर पाकिस्तान और नेपाल ने आपत्ति जताई थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लगातार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की बात करते रहे हैं।
अखंड भारत को लेकर फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बयान दिया है। वैसे, संघ शुरू से ही अखंड भारत की बात करता रहा है। 14 अगस्त को वह ‘अखंड भारत संकल्प दिवस’ भी मनाता है, जहां संघ के स्वयंसेवक अखंड भारत का संकल्प लेते हैं। सवाल यह है कि क्या अखंड भारत कभी हकीकत हो सकता है या फिर यह बयानों तक और संकल्पों तक ही सीमित है?
संसद से कमरे तक – संघ प्रमुख भागवत ने इस बार पाकिस्तान को भारत के घर के एक कमरे की तरह बता दिया और कहा कि इस पर फिर से डेरा डालना है। उन्होंने कहा कि हमारा एक कमरा किसी ने हथिया लिया। कल मुझे उसे वापस लेकर वहां फिर से अपना डेरा डालना है, वह पाकिस्तान नहीं अविभाजित भारत है। संघ प्रमुख ने दो साल पहले एक कार्यक्रम में कहा था कि परिस्थितियां अब ऐसी करवट ले रही हैं, जो भारत से अलग हुए हैं, उन्हें लगने लगा है कि गलती हो गई, हमें फिर से भारत में होना चाहिए। तीन साल पहले भागवत ने एक तरह से टाइमलाइन भी दी थी। तब उन्होंने कहा था कि 20-25 साल में तो भारत अखंड भारत बन जाएगा, लेकिन हम कोशिश करेंगे तो 15 साल में भी ऐसा हो सकता है।
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