रियादः हैदराबाद के मोहम्मद मंसूर हुसैन को सऊदी अरब में लूट के एक मामले में 300 कोड़े और एक साल की कैद की सजा सुनाई गई है। शख्स का कहना है कि उसने किसी लूट को अंजाम नहीं दिया है। उसको एक ऐसे काम की सजा दी जा रही है, जो उसने किया ही नहीं। ऐसे में, हुसैन की मां हूर उनीसा ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से इस बाबत गुहार लगाई है। मां हूर ने बेटे को बेकसूर बताते हुए विदेश मंत्री से उसकी रिहाई की दरख्वास्त की है। हुसैन सऊदी अरब की वादी अल दावेसर जेल में बंद है। सजा मिलने की खबर के बाद हुसैन का परिवार बुरी तरह से घबराया हुआ है। ये सारी बातें उसकी मां हूर ने सुषमा स्वराज को पत्र लिखकर बताई हैं।
रियाद में अच्छी नौकरी
हुसैन मार्च 2013 से रियाद की कंपनी अब्देल हादी अब्दुल्ला अल खतानी लिमिटेड में मार्केटिंग ऑडिटर के पद पर काम कर रहा है। बहरहाल, हुसैन 25 अगस्त को एक बैंक में 1 लाख 6000 रियाल जमा कराने गया था। एमबीए की पढ़ाई करने वाला हुसैन जब ये रियाल लेकर बैंक पहुंचा तो दो लोगों ने हथियारों के बल पर उससे बैग छीन लिया और बिना रजिस्ट्रेशन की गाड़ी से फरार हो गए। अपने साथ हुई घटना की जानकारी हुसैन ने अपने बॉस को दी तो उसने उसे पुलिस स्टेशन जाकर मामला दर्ज कराने की बात कही। हैरानी की बात यह है कि जब हुसैन पुलिस स्टेशन पहुंचा तो पुलिस ने उसे ही इस लूट को अंजाम देने वाला बताकर जेल में डाल दिया। जहां उसे लूट के आरोप में एक साल की जेल और 300 कोड़ो की सजा दी गई है।