नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुरक्षा बलों को निर्देश दिया कि वे एेसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें जो जम्मू-कश्मीर में हिंसा में शामिल होने के लिए युवाओं को उकसाते हैं। उन्होंने सुरक्षा बलों से यह भी कहा कि वे एक हफ्ते के भीतर राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने की कोशिश करें।
अजीत डोभाल के साथ की एक घंटे की बैठक
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल सहित अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ करीब घंटे भर चली बैठक में राजनाथ ने ये निर्देश दिए। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों को कश्मीर घाटी में हिंसा के लिए उकसाने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए और उन पर मामला दर्ज करना चाहिए क्योंकि वे पिछले 65 दिनों से सामान्य जनजीवन बाधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अलगाववादियों पर भी कार्रवाई करेंगे और पाक से हो रही फंडिंग की जांच अंतिम दौर में चल रही है। जांच रिर्पोट के आते ही अलगाववादियों पर शिकंजा कस दिया जाएगा। पाक की किसी भी चाल को कामयाब नहीं होने देंगे। जम्मू कश्मीर के युवा हिंसा का रास्ता छोडकर पढ़ाई की और ध्यान दें।
हिजबुल आतंकी की मौत के बाद हालात खराब
गौरतलब है कि आठ जुलाई को हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहानी वानी की मुठभेड़ में मौत के बाद से घाटी में अशांति कायम है। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने कहा कि एक हफ्ते के भीतर सामान्य स्थिति बहाल की जानी चाहिए और स्कूल एवं शैक्षणिक संस्थाओं को काम करने देना चाहिए क्योंकि लंबे समय से चल रहे इस संकट में सबसे ज्यादा नुकसान छात्रों का ही हुआ है।
गृह मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि दुकानें और अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को फिर से खुलवाने की कोशिश की जानी चाहिए। राजनाथ ने जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा हालात की समीक्षा की।रविवार को कश्मीर में हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और तीन आतंकवादियों को भी मार गिराया गया। अधिकारियों ने राजनाथ को कश्मीर घाटी के मौजूदा हालात से अवगत कराया।