
चीन ने अप्रैल महीने से रेयर अर्थ मैग्नेट की सप्लाई चेन को ऐसे बिगाड़ा कि पूरी दुनिया की और विशेष तौर पर ऑटोमोबाइल सेक्टर में खलबली मच गई। क्योंकि, तथ्य बताते हैं कि दुनिया में लगभग 90% रेयर अर्थ मैग्नेट के निर्माण में चीन का ही एकाधिकार रहा है। भारत, अमेरिका समेत कई और देश भी इसे बनाने की मुहिम शुरू कर चुके हैं, लेकिन इसमें अभी लंबा वक्त लगना है। इतने समय तक ऑटो इंडस्ट्री को रोक कर नहीं रखा जा सकता। ऐसे में भारत के ऑटोमोबाइल निर्माताओं ने पुरानी तरकीब और नई तकनीक की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। तत्काल विकल्प यही दिख रहा है। हालांकि, इसकी कुछ सीमाएं भी हैं।
चीने के रेयर अर्थ मैग्नेट की टेंशन खत्म! – मिंट ने ऑटोमोबाइल निर्माताओं और इस क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों से चर्चा के आधार पर एक रिपोर्ट दी है, जिससे जाहिर होता है कि यह उद्योग कैसे रेयर अर्थ मैग्नेट संकट से उबरने की कोशिश कर रहा है और किस तरह से यह सेक्टर इस समस्या से लंबे समय के ठोस समाधान पर काम करने में जुट गया है। अमेरिका से आयात पर 50% की टैरिफ ने पहले ही भारतीय उद्योग जगत को हिलाकर रख दिया है। ऐसे में अगर ऑटोमोइल उद्योग ने चीन की चालबाजियों से देश को उबारने की पहल शुरू की है तो यह बहुत ही राहत भरा कदम और अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए बहुत बड़ी उम्मीद की किरण है।
Home / Uncategorized / रेयर अर्थ मैग्नेट की टेंशन खत्म! पुरानी तरकीब पर लौटेगा भारत…चीन की चालबाजी से छुटकारे का विकल्प मिल गया?
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