
नई दिल्ली: भारत में अमेरिका के निवर्तमान राजदूत रिचर्ड वर्मा ने आज कहा कि आेबामा प्रशासन ने हाल ही में पाकिस्तान को ‘बहुत कड़ा’ संदेश देते हुए कहा कि वह अपने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हक्कानी नेटवर्क की पनाहगाहों को खत्म करे।
पाकिस्तान आधारित आतंकी समूहों से नई दिल्ली को पेश आ रही चुनौती का उल्लेख करते हुए और इस समस्या से निपटने में भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए वर्मा ने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने में दुनिया को भारत के नेतृत्व की जरूरत है।
आगामी 20 जनवरी को ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले अपना पद छोडऩे जा रहे वर्मा ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तानी नेतृत्व से यह भी कहा है कि वे अफगानिस्तान एवं दूसरे स्थानों पर सीमा पर आतंकवाद के षडयंत्रकारियों पर सख्ती करें।
आतंकवाद विरोधी प्रयासों में भारत-अमेरिका के सहयोग का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि दो रणनीतिक साझेदारों के बीच खुफिया जानकारी साझा करने की व्यवस्था ‘अप्रत्याशित स्तर’ तक पहुंच गई है जिससे भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को कई खतरों का नाकाम करने में मदद मिली। रिचर्ड वर्मा एक थिंक टैंक की आेर से आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
यह पूछे जाने पर कि आेबामा प्रशासन ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हक्कानी नेटवर्क के बारे में हाल ही में पाकिस्तान से क्या कहा था, तो अमेरिकी राजदूत ने कहा, ‘‘हमने पाकिस्तानी सरजमीं से गतिविधियां संचालित कर रहे इन आतंकी समूहों को लेकर बहुत सख्त रुख अपनाया है।’’
उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद से कहा गया है कि वह इन आतंकी समूहों की की पनाहगाहों को तबाह करे, उनकी सीमा पार गतिविधियों को बंद करे और आतंकवाद के षणयंत्रकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
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