Monday , June 30 2025 1:58 AM
Home / News / भारत-पाकिस्तान लड़ाई के बीच सऊदी अरब ने जयशंकर को क्यों किया था फोन… ऑपरेशन सिंदूर पर बड़ा खुलासा

भारत-पाकिस्तान लड़ाई के बीच सऊदी अरब ने जयशंकर को क्यों किया था फोन… ऑपरेशन सिंदूर पर बड़ा खुलासा

पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था। भारत ने पाकिस्तान के अंदर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। नूर खान और शोरकोट एयरबेस पर हमले हुए। पाकिस्तान इतना घबरा गया कि उसने अमेरिका और सऊदी अरब से संघर्ष विराम का संदेश भिजवाया। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने यह खुलासा किया है।
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पाकिस्तान को जबरदस्त सबक सिखाया था। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी ठिकानों और सैन्य अड्डों को निशाना बनाकर बता दिया कि अब जवाब ऐसे ही दिया जाएगा। तब नूर खान एयरबेस और शोरकुट एयरबेस पर भारत के हमलों से पाकिस्तान इतना घबरा गया था कि उसने न सिर्फ अमेरिका से बल्कि सऊदी अरब के जरिए भी भारत को संदेश भेजा था कि वह संघर्ष विराम के लिए तैयार है। इसका खुलासा खुद पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने किया है।
नूर खान एयरबेस पर भारत के हमले से डर गया था पाकिस्तान – इशाक डार ने जियो न्यूज के साथ बातचीत में कहा, …प्रधानमंत्री शहबाज ने सशस्त्र बलों को अधिकृत किया कि हमें क्या करना है, इस पर विवरण तय किया गया और हमने इसे 4:00 बजे के बाद शुरू किया। यह उनका एक और दुर्भाग्य है, मैं भारत के लिए कहूंगा कि उन्होंने 2:30 बजे भी यही किया, उन्होंने नूर खान एयर बेस और शोरकुट एयर बेस पर एक ही रात को 6:00 से 7:00 के बीच दो एयरपोर्ट पर हमला किया।”
सऊदी के प्रिंस फैसल ने किया था जयशंकर को फोन – डार ने आगे कहा, “उसके बाद 45 मिनट के अंदर मुझे सऊदी प्रिंस फैसल साहब का फोन आया और उन्होंने भी मुझे यही बात कही कि ब्रदर मैं अभी समझ गया कि आपने रुबियो से बात की है। क्या आप मुझे जयशंकर से बात करने के लिए अधिकृत कर सकते हैं, ताकि मैं उनको मैसेज दे सकूं कि आप रुकने (संघर्ष विराम) को तैयार हैं। मैंने कहा हां भाई (ब्रदर) आप कर सकते हैं और उन्होंने मुझे वापस कॉल भी किया। प्रिंस फैसल ने मुझे करीब 20-25 मिनट में कॉल किया कि मैंने जयशंकर साहब को यह बता दिया है। तो बात यह है कि अगर उन्होंने अपनी भूमिका निभाई है और वे इसका श्रेय लेते हैं, चाहे वह 13 बार हो या 130 बार, हमें इसका स्वागत करना चाहिए।”