
किसी भी अदृश्य शक्ति को वश में करने के लिए मंत्रों का उच्चारण या जाप महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विधानपूर्वक मंत्र जाप करना हर किसी के बस की बात नहीं होती। ऐसे उपासकों के लिए देवी-देवताओं से मनचाही इच्छा पूरी करवाने की अत्यधिक सरल और प्रभावकारी विधि है चालीसा का पाठ। इसमें भी दिव्य प्रभाव होता है। विद्वानों का कहना है की चालीसा का पाठ करना जितना सरल है, उतनी जल्दी वह अपना प्रभाव भी दिखाता है। ‘हनुमान चालीसा’ के पाठ में ऐसी शक्ति है, संसार की कोई भी ताकत उसे पराजित नहीं कर सकती। जो भी भक्त नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करता है उसे रामदूत की कृपा प्राप्त होती है। उसके हर दोहे और चौपाई में इंद्रजाल बुना पड़ा है। जिस भी बुनती को खोलेंगे, जीवन की तमाम समस्याएं हल होती जाएंगी।
हनुमान चालीसा की एक ऐसी चौपाई है जिसका नियमित जाप करने से शारिरिक कमजोरी दूर होती है, व्यक्ति ताकतवर और बलवान बनता है। महिला अथवा पुरूष कोई भी श्रद्धा भाव से इसका जाप कर सकता है।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।
रामदूत अतुलित बलधामा।
अंजनिपुत्र पवनसुत नामा।।
हनुमान जी श्रीराम के दूत हैं और अतुलित बल के धाम हैं अर्थात असीम बलशाली हैं। अंजनी माता के गर्भ से उत्पन्न होने पर अंजनी पुत्र कहलाते हैं। शास्त्रों के अनुसार हनुमान जी को पवन देव का पुत्र भी कहा गया है इसलिए इन्हें पवनसुत भी कहा जाता है। इस चौपाई का जाप करने से किसी भी तरह की शारीरिक दुर्बलता दूर होती है।
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