संगठन का पूरा नाम डी8 आर्गनाइजेशन संगठन का पूरा नाम डी8 आर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कोरऑपरेशन है। साल 1997 में मुस्लिम देशों की आर्थिक तरक्की के लिए बना ये समूह एक मामले में खास है कि केवल इन्हीं आठ देशों की कुल आबादी सवा अरब है, जो दुनिया की मुस्लिम आबादी के 60 फीसदी जितनी है। इसमें अरब देश जैसे सऊदी अरब, इराक, सीरिया, कतर और यूएई शामिल नहीं हैं। फॉर इकोनॉमिक कोरऑपरेशन है। साल 1997 में मुस्लिम देशों की आर्थिक तरक्की के लिए बना ये समूह एक मामले में खास है कि केवल इन्हीं आठ देशों की कुल आबादी सवा अरब है, जो दुनिया की मुस्लिम आबादी के 60 फीसदी जितनी है। इसमें अरब देश जैसे सऊदी अरब, इराक, सीरिया, कतर और यूएई शामिल नहीं हैं।
मुस्लिम देशों के ग्रुप डी 8 की इजिप्ट में बड़ी बैठक हो रही है। पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत इस बैठक में तुर्किए और ईरान जैसे देश भी हिस्सा ले रहे हैं। आर्थिक मुद्दों के अलावा इस बैठक में मुस्लिम देश फिलिस्तीन मुद्दे को भी उठाया जा सकता हैं। खासकर सीरियाई तख्तापलट के बाद इजरायल जिस तरह से आक्रमक हुआ है, उसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये देश इजरायल के खिलाफ भी कोई प्रस्ताव ला सकते हैं। विकासशील मुस्लिम देशों के संगठन में पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया, नाइजीरिया, इजिप्ट, तुर्किए और ईरान शामिल है। संगठन का पूरा नाम डी8 आर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कोरऑपरेशन है। साल 1997 में मुस्लिम देशों की आर्थिक तरक्की के लिए बना ये समूह एक मामले में खास है कि केवल इन्हीं आठ देशों की कुल आबादी सवा अरब है, जो दुनिया की मुस्लिम आबादी के 60 फीसदी जितनी है। इसमें अरब देश जैसे सऊदी अरब, इराक, सीरिया, कतर और यूएई शामिल नहीं हैं।
दक्षिण पूर्व एशिया से अफ्रीका तक फैले देशों का पहला एजेंडा आर्थिक बढ़त था। फिर इसमें सोशल मुद्दे भी शामिल होने लगे। इस बार इसमें ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन भी हिस्सा ले रहे हैं। ये एक दशक बाद किसी ईरानी लीडर की पहली इजिप्ट यात्रा है। जिसके कई मायने लगाए जा रहे हैं। ईरान और इजिप्ट का रिश्ता आमतौर पर काफी तनाव भरा रहा है। इसकी शुरुआत 70 के दशक में इस्लामिक क्रांति के साथ हो चुकी थी। इजिप्ट जहां विकास की बात करता था। वहीं ईरान कट्टरता की तरफ जा चुका था। ऐसे में दोनों के संबंध बिगड़ते चले गए। बाद में कॉमन मित्र ने दोनों के बीच दोस्ती की कोशिश की। हालांकि तनाव कम नहीं हुए। अब इजरायली आक्रमकता के बीच दोनों देश वापस जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, ये बदलाव पिछले साल भर में आया है। हमास और इजरायल की जंग शुरू होने के बाद इजिप्ट ने भी बीच बचाव की कोशिश की। इसके बाद ईरान और उसके बीच पड़ी गांठ हल्की होती दिखाई दे रही है।
ईरान के राष्ट्रपति काहिरा की यात्रा कर रहे हैं जो अपने आप में काफी बड़ी बात मानी जा रही है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि आर्थिक के अलावा इस बैठक में क्षेत्रीय मसलों पर भी चर्चा की जाएगी। काहिरा में विकासशील आठ (डी-8) देशों के 11वें शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को जोर देकर कहा कि पाकिस्तान के सामाजिक आर्थिक विकास और प्रगति के लिए युवाओं में निवेश करना महत्वपूर्ण था। शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री शहबाज़ ने कहा पाकिस्तान के लिए, युवाओं में निवेश करना और एसएमई (छोटे और मध्यम उद्यमों) का समर्थन करना हमारे सामाजिक आर्थिक विकास और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है।