
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन ( SAARC ) को पुनर्जीवित करना चाहते हैं। वहीं, भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में सार्क की गतिविधियों का समर्थन जारी रखा है। साथ ही, व्यापार एवं संपर्क पहलों में बाधा डालने के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया है। हालांकि भारत ने इस संगठन से खुद को अलग नहीं किया है, फिर भी उसने बिम्सटेक के माध्यम से क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने की कोशिश की है। पाकिस्तान बिम्सटेक का सदस्य नहीं है।
भारत को क्यों रहना होगा सावधान – यूनुस और सर्जियो गोर की बातचीत के अमेरिकी रीडआउट में कहा गया है कि क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा हुई, लेकिन सार्क का विशेष रूप से उल्लेख नहीं किया गया। बांग्लादेश ने यह नहीं बताया कि गोर की प्रतिक्रिया क्या थी, लेकिन भारत शिखर सम्मेलन प्रक्रिया को फिर से शुरू करने के लिए किसी भी बाहरी दबाव से सावधान रहेगा। पहलगाम हमले के कारण पाकिस्तान की तरफ से एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का विचार भी विफल हो गया है।
भारत गोर की नियुक्ति को एक स्वागत योग्य कदम मानता है, लेकिन दक्षिण एशियाई मामलों में अमेरिका के किसी भी हस्तक्षेप से सावधान रहेगा, खासकर अगर इसका क्षेत्र की सुरक्षा पर कोई असर पड़ता हो। भारत पहले से ही उन सुरक्षा चुनौतियों को लेकर चिंतित है जो ढाका के पाकिस्तान के साथ मधुर होते संबंधों से उत्पन्न हो सकती हैं। उसने अब तक सार्क को पुनर्जीवित करने के यूनुस के प्रयासों में बहुत कम रुचि दिखाई है।
बांग्लादेश का प्लान क्या है? – बांग्लादेश और नेपाल जैसे देश शिखर सम्मेलन प्रक्रिया को फिर से शुरू करना चाहते हैं। भारत का कहना है कि 19वें शिखर सम्मेलन, जिसकी मेजबानी पाकिस्तान को करनी थी, के स्थगित होने के बाद से स्थिति में कोई ठोस बदलाव नहीं आया है। ऐसे में बैठक को लेकर सदस्यों के बीच कोई आम सहमति नहीं है।
Home / Uncategorized / भारत को बांग्लादेश से रहना होगा सावधान! सार्क पर क्या है मोहम्मद यूनुस का प्लान?
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website