
चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफल लैंडिंग के बाद से ही पूरी दुनिया में भारत-भारत की गूंज सुनाई दे रही है। हर किसी की जुबान पर भारत की इस उपलब्धि का गुणगान है। चंद्रयान-3 की लैंडिंग के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ब्रिक्स समिट (BRICS Summit) में हिस्सा लेने के लिए साउथ अफ्रीका में थे। वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने बताया कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा इस कदर उत्साहित थे कि वे पीएम मोदी के साथ वाली सीट पर बैठना चाहते थे।
जयशंकर ने बताया कि रामफोसा चाहते थे कि उनकी सीट पीएम मोदी के साथ लगाई जाए ताकि चंद्रयान-3 की सकारात्मक अनुभूति उन्हें भी हो। जयशंकर ने कहा कि जब तक हम रिट्रीट पहुंचे, चंद्रयान-3 के बारे में कुछ चर्चा हुई, अगले दिन हमने सुबह का सेशन किया और फिर पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इसरो के लाइव प्रोग्राम में शामिल होने के लिए चले गए। दूसरे दिन ब्रिक्स देशों के भीतर भी बातचीत चंद्रयान पर केंद्रित थी।
जयशंकर ने कहा कि जब विक्रम लैंडर उतर रहा था तब मैं ब्रिक्स कार्यक्रम में भाग ले रहा था, कोने में एक बड़ी स्क्रीन थी, विचलित हुए बिना बात करना मुश्किल था। तब राष्ट्रपति रामफोसा ने स्क्रीन की ओर इशारा करते हुए मुझे कहा, विदेशी मंत्री जी, आपको तो ऐसा लग रहा है जैसे चंद्रयान ऊपर है। उस शाम ब्रिक्स प्लस कार्यक्रम में लगभग 50 अन्य देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति थे, तब भाषण किसी राष्ट्रपति का था, मुझे लगता है तब चंद्रयान का विषय वहां लोगों की कल्पना में उतर चुका था।
रामफोसा ने चंद्रयान पर जो स्पीच दी वो वहां मौजूद सभी की सामूहिक भावना थी। जयशंकर ने बताया कि तब रामफोसा ने कहा था कि मैं पीएम मोदी की बगल वाली सीट पर बैठने जा रहा हूं और मुझे उम्मीद है कि इसका कुछ असर मुझ पर पड़ेगा। चंद्रयान-3 की लैंडिंग को लेकर पूरी दुनिया की नजरें भारत पर थीं।
Home / Uncategorized / ‘PM मोदी के बगल में बैठना चाहते थे अफ्रीकी राष्ट्रपति’…चंद्रयान-3 की लैंडिंग को लेकर जयशंकर ने सुनाया दिलचस्प किस्सा
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