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अफ्रीका में अमेरिका को बड़ा झटका, नाइजर ने रूस को दिया अमेरिकी सेना का एयरबेस, मुंह देखते रह गए बाइडन


पश्चिम अफ्रीकी देश नाइजर ने अमेरिका को बड़ा झटका देते हुए अपने एयरबेस में रूसी सेना के प्रवेश की इजाजत दी है। रूस के सैनिकों को जिस एयरबेस में इजाजत दी गई, वह अमेरिकी सैनिकों के पास रहा है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रूसी सैन्यकर्मियों ने नाइजर में एक एयरबेस में प्रवेश कर लिया है। यह कदम नाइजर के जुंटा द्वारा अमेरिकी सेना को देश से बाहर निकालने के फैसले के बाद उठाया गया है। नाइजर के सैन्य शासन ने हाल ही में अमेरिका से कहा था कि वह अपने 1,000 सैन्यकर्मियों को वापस बुलाए। पिछले साल तख्तापलट तक विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका की लड़ाई में नाइजर एक प्रमुख भागीदार बना हुआ था।
अमेरिकी अधिकारी ने बताया है कि रूसी सैन्यकर्मी अमेरिकी सैनिकों के साथ घुल-मिल नहीं रहे थे लेकिन एयरबेस 101 पर एक अलग हैंगर का उपयोग कर रहे थे। यह एयरबेस नाइजर की राजधानी निआमी में डियोरी हमानी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास है। अमेरिका और उसके सहयोगियों को बीते कुछ समय में कई अफ्रीकी देशों से सेना वापस बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। नाइजर के अलावा अमेरिकी सैनिकों ने हाल ही में चाड भी छोड़ दिया है। इसी तरह, माली और बुर्किना फासो से फ्रांसीसी सेना को बाहर कर दिया गया।
रूस की अफ्रीका में पैठ बढ़ाने की कोशिश और अमेरिका की चिंता – अमेरिका ने 100 मिलियन डॉलर से अधिक की लागत से मध्य नाइजर में एयरबेस 201 का निर्माण किया था। 2018 से इसका इस्तेमाल सशस्त्र ड्रोन के साथ क्षेत्र में कट्टरपंथियों को निशाना बनाने के लिए किया जाता रहा है। इन गुटों में इस्लामिक स्टेट और अल कायदा से संबद्ध नुसरत अल इस्लाम वल मुस्लिमीन शामिल हैं। तख्तापलट के बाद अमेरिका ने अपने सैनिकों को एयरबेस 101 से अगाडेज़ में एयरबेस 201 में ट्रांसफर कर दिया। बदलते हालात में अमेरिका को चिंता है कि साहेल क्षेत्र में अमेरिकी बलों की उपस्थिति ना रहने से जिहादी गुट अपनी ताकत बढ़ाएंगे। मार्च के मध्य में निआमी में नाइजर सेना के साथ एक बैठक में अमेरिकी अधिकारियों ने रूसी सेना के आने और ईरान द्वारा नाइजर से यूरेनियम मांगने की रिपोर्टें पर चिंता जाहिर की थी। इस बैठक के बाद ही अमेरिकी सैनिकों को देश छोड़ने के लिए कहा गया। अमेरिकी सेना की वापसी की निगरानी के लिए एक टू स्टार अमेरिकी जनरल को नाइजर भेजा गया है।