इजरायल और हमास के साथ-साथ रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। इस बीच एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि चीन, ताइवान और अमेरिका के बीच एक छोटी सी गलती के कारण युद्ध छिड़ सकता है। इस युद्ध का परिणाम दुनिया की व्यवस्था बिगाड़ सकता है। ताइवान में आठवें राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। इससे कुछ सप्ताह पहले ही शी जिनपिंग ने नए साल का संदेश दिया था। इसमें उन्होंने जोर देकर कहा था कि मातृभूमि के पुनर्मिलन को टाला नहीं जा सकता है।
चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है। उसने कसम खाई है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह बलपूर्वक इस पर कब्जा करेगा। ताइवान का कहना है कि 1949 में चीन से अलग होने के बाद वह एक स्वतंत्र देश है। रूस और यूक्रेन युद्ध से अलग दुनिया पूर्वी एशिया में बढ़े हुए तनाव को लेकर घबराई हुई है। ताइवान में शनिवार को मतदान हो रहे हैं। ऐसे में ताइवान के लोगों के दिमाग में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। चीन अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने में लगा है। द्वीप के चारों और हर रोज लड़ाकू जेट भेजे जाते हैं। जबकि उसके नौसैनिक जहाज ताइवान के जलक्षेत्र में घूमते रहते हैं।
ताइवान को कमजोर करना चाहता है चीन – चीन के अधिकारियों ने चुनाव को युद्ध और शांति के बीच एक विकल्प करार दिया है। इस सप्ताह उसने अमेरिका को चेतावनी दी है कि ताइवान के मुद्दे पर कभी भी पीछे नहीं हटेगा। डराने-धमकाने की रणनीति से चीन को उम्मीद है कि वह धीरे-धीरे ताइवान को कमजोर कर देगा। रिटायर्ड ब्रिटिश जनरल सर रिचर्ड बैरन्स ने चेतावनी दी कि बढ़ते अभ्यास और चीन के घुसपैठ और धमकियों को लेकर ऐसी आशंका जताई जा रही है कि छोटी सी गलतफहमी एक बड़े युद्ध को शुरू कर सकती है।
गलतफहमी से हो सकता है युद्ध – उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा खतरा गर्म दिमाग वाली सैन्य कमान है जो एक पक्ष को युद्ध शुरू करने के लिए भड़का रही है। यह युद्ध दो जेट विमानों के गलती से टकरा जाने या एक जहाज के डूबने या विमान के मार गिराए जाने से भड़क सकता है। उन्होंने कहा कि युद्ध बेहद खराब कारणों से शुरू हो सकता है। यह ताइवान पर सबसे बड़ा खतरा है। भले ही हर किसी को पता है कि यह वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए विनाशकारी है। उन्होंने कहा कि गलतफहमी युद्ध का कारण बन सकता है।
Home / News / एक छोटी सी गलती और शुरू हो जाएगा ‘तीसरा विश्वयुद्ध’, ताइवान को लेकर भिड़ेंगे अमेरिका और चीन, एक्सपर्ट की चेतावनी