भारत के खिलाफ आरोप लगाकर दुनिया भर में किरकिरी करवा रहे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अब घरेलू राजनीति को चमकाने के लिए रूस को निशाना बनाया है। यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस पर उंगली उठा चुके ट्रूडो ने अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ट्रूडो ने रूस पर खाद्य और ऊर्जा संकट पैदा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की यूक्रेन मुद्दे पर रखी गई बैठक में कहा कि रूस ने बीते कुछ समय में खाद्य और ऊर्जा को हथियार बना लिया है।
ट्रूडो ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर निशाना साधते हुए कहा कि पुतिन ने यूक्रेन की स्वायत्ता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हिंसा और मौतों के खिलाफ कार्रवाई की जानी बेहद जरूरी है। ट्रूडो ने आरोप लगाया कि रूस ने संयुक्त राष्ट्र में अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल जंग को बढ़ावा देने में किया है। उन्होंने यूएन पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि इसका गठन लोगों को जंग की सजा से बचाने के लिए हुआ था। UNSC बैठक में ट्रूडो ने कहा, “रूस ने ऊर्जा और खाद्य को हथियार बनाया है, जिससे करोड़ों लोग इसकी कमी से जूझ रहे हैं। खाद्य संकट के चलते भुखमरी के हालात पैदा हो रहे हैं। ट्रूडो ने कहा कि कनाडा संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए लोगों की की मदद के लिए समर्पित है।”
उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि हमें यूक्रेन के समर्थन और सतत विकास लक्ष्य-वैश्विक विकास के मुद्दे में से किसी एक को चुनना होगा। जिम्मेदारी भरा कदम यही है कि हम दोनों को चुनें, जो कि हम पूरी मजबूती और आर्थिक प्रतिबद्धता के साथ कर रहे हैं। ट्रूडो ने रूस से तुरंत यूक्रेन से सेना वापस लेने के लिए कहा और कहा कि यूक्रेन में जारी लड़ाई कनाडा की भी लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यह हमारा सम्मिलित संघर्ष है और इस बारे में किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए। ट्रूडो ने रूस को शांति पर सलाह देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच शांति नियमों के प्रति सम्मान पर आधारित होनी चाहिए। यह शांति मानवतावाद और साझा मूल्यों पर आधारित होनी चाहिए।