पीली हल्दी का प्रयोग खाने अौर शुभ कार्यों के लिए किया जाता है। इसके अतिरिक्त काले रंग की भी हल्दी होती है। जिसे बुद्धि अौर धन का सूचक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार काली हल्दी का प्रयोग तंत्र क्रियाओं में किया जाता है। काली हल्दी अनेक तरह के बुरे प्रभाव को कम करती है। आमतौर पर घर में धन-दौलत …
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इन पौधों पर स्थापित है ग्रहों का सम्राज्य, दे सकते हैं महालाभ
ज्योतिषीय उपचारों के लिए यज्ञ में वनस्पति का इस्तेमाल बताया गया है। वेदों और पुराणों के अनुसार ग्रह शांति का सबसे सशक्त माध्यम यज्ञ है। बाद में विद्वानों ने स्पष्ट किया है कि कौन-सी वनस्पति के काष्ठ की आहुति देने पर क्या उपचार हो सकता है। यज्ञाग्रि प्रज्वलित रखने के लिए प्रयोग किए जाने वाले काष्ठ को समिधा कहते हैं। …
Read More »जन्म के माह अनुसार रत्नों को करें धारण, फिर होने लगेंगे Unexpected Miracles
रत्नों का चमत्कार जब आस्ट्रल ऊर्जा से भरपूर रत्न धारण किए जाते हैं तो यह अपना चमत्कार दिखाते हैं। व्यक्ति के जीवन को पलट कर रख देते हैं। राजा को रंक व रंक को राजा बना देते हैं। अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए देवी-देवता व राक्षस इनको धारण करते थे। कलयुग में भी इनका बहुत महत्व देखा गया। राजा-महाराजाओं व …
Read More »धरती पर आज भी जीवित हैं भगवान शिव का ये अंश, फिरता है पृथ्वी पर मारा-मारा
कर्मों का लेखा-जोखा भी विचित्र है। कभी-कभी देव कृपा से जब पाप पुण्य समांतर चलते हैं तो जीवन की दशा भी अलग दिशा में खींच ले जाती है। लेकिन जहां पाप कर्मों का बोझ मन पर होता है तो बंदे को शांति कहीं नहीं मिलती और वह मारा-मारा फिरता है लेकिन पाप उसे अशांत ही रखते हैं। पुण्य उसे सन्मार्ग …
Read More »Newly Married Couple को पहले साल भूलकर भी नहीं करना चाहिए यह काम
हिंदू धर्म में मुख्य रूप से सोलह संस्कारों की व्याख्या दी गई है। महर्षि वेदव्यास के मतानुसार मनुष्य जब जन्म लेता है तभी से इन संस्कारों का आरंभ हो जाता है और मृत्यु तक पवित्र सोलह संस्कार संपन्न किए जाते हैं। ये 16 संस्कार हैं गर्भाधान, पुंसवन, सीमंतोन्नायन, जातक्रम, नामकरण, निष्क्रमण, अन्नप्राशन, चूड़ाकर्म, कर्णवेध, यज्ञोपवीत, वेदारंभ, केशांत, समावर्तन, विवाह, आवसश्याधाम। …
Read More »अमंगल से बचना चाहते हैं तो मंगलवार को न करें ये काम
मंगलवार का दिन हनुमान जी को बहुत प्रिय है, तभी तो इस दिन उनकी विशेष पूजा- आराधना की जाती है। ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार व्यक्ति के जीवन में पीड़ा और रोगों के लिए ग्रह नक्षत्र ही जिम्मेदार होते हैं। कालपुरुष सिद्धांत के अनुसार मंगल ग्रह व्यक्ति के रक्त मज्जा और हड्डीयों पर प्रभुत्व रखता है। मंगल ही रोग और विकारों …
Read More »जब नारद जी ने पूछा, और श्रीहरि ने बताया, ‘कर्म बड़ा या भाग्य
इस दुनिया में कर्म को मानने वाले लोग कहते हैं भाग्य कुछ नहीं होता। और भाग्यवादी लोग कहते हैं किस्मत में जो कुछ लिखा होगा वही होके रहेगा। यानी इंसान कर्म और भाग्य इन दो बिंदुओं की धूरी पर घूमता रहता है। और एक दिन इस जग को अलविदा कहकर चला जाता है। भाग्य और कर्म को बेहतर से समझने …
Read More »इस कथा से जानिए कर्म बड़ा या भाग्य
इस दुनिया में कर्म को मानने वाले लोग कहते हैं भाग्य कुछ नहीं होता और भाग्यवादी लोग कहते हैं किस्मत में जो कुछ लिखा होगा वही होकर रहेगा। यानी इंसान कर्म और भाग्य इन 2 बिंदुओं की धुरी पर घूमता रहता है और एक दिन इस जग को अलविदा कहकर चला जाता है। भाग्य और कर्म को अच्छे से समझने …
Read More »अच्छे दिनों की शुरूआत का पर्व मकर संक्रांति, नहीं होता व्यक्ति का पुनर्जन्म
मकर संक्रांति से पूर्व एक माह तक खर मास होता है। जिसमें किसी भी अच्छे काम को अंजाम नहीं दिया जाता परन्तु मकर संक्रांति से पृथ्वी पर अच्छे दिनों की शुरूआत होती है और शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं। भारतीय पंचांग पद्धति की समस्त तिथियां चंद्रमा की गति को आधार मानकर निर्धारित की जाती हैं किंतु मकर संक्रांति को …
Read More »शनिवार को सूर्य आ रहे हैं शनि के घर, खतरनाक स्थिति से बचने के लिए करें उपाय
14 जनवरी शनिवार को मकर संक्रांति का पर्व है। इस बार की संक्रांति अत्यधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि सूर्य देव का शनिवार के दिन अपने पुत्र शनि के घर में आना होगा। सूर्य के बेहतर प्रभाव के लिए मकर संक्रांति पर्व पर सूर्य आराधना और शनि उपासना का अत्यधिक महत्व बताया गया है। इस विशेष पर्व पर विशिष्ट पूजन और उपाय …
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