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Spirituality

नक्षत्रों को ध्यान में रखकर करें जीविका निर्णय, इनकी रफ्तार से बदलेगी जिंदगी

चारों नक्षत्रों के पदार्थों में से चाहे वे आपस में विरोधाभास ही क्यों न रखते हों, उसी पदार्थ से संबंधित व्यक्ति की आजीविका होती है। जो पदार्थ चारों नक्षत्रों में बहुमत रखता हो और जब प्रफुल्ल ज्योति का चंद्रमा कुंडली के श्रेष्ठ भावों में स्थित हो तो केवल चंद्र नक्षत्र के आधार से ही जीविका चलती है। यही नियम शेष …

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क्या थी राधा की अंतिम इच्छा, ऐसे हुई थी मृत्यु

पहली बार कृष्ण राधा से दूर तब गए, जब जब मामा कंस ने उन्हें और बलराम को मथुरा आमंत्रित किया। वृंदावन के लोगों को जब यह बात पता चली, तो वह दुःखी हो गए। मां यशोदा परेशान थीं, तो नंद बाबा चिंतित। सभी कृष्ण के रथ के चारों तरफ खड़े हुए थे। जो कान्हा के मामा ने उन्हें मथुला लाने …

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पैसे खर्च किए बिना मिलेगा तीर्थयात्रा का पुण्य, जो चार धाम यात्रा से भी नहीं मिलता

एक साधु की तीर्थयात्रा की इच्छा हुई। वह दिन-रात पैसा इकट्ठा करने की जुगत में लगे रहते। एक दिन उन्होंने स्वप्न में देखा कि यदि किसी व्यक्ति में परोपकार की भावना हो तो घर बैठे ही उसे तीर्थयात्रा का पुण्य मिल सकता है, जैसे कि हिमाचल के एक गांव में जूता गांठकर आजीविका चला रहे श्यामू भक्त को। नींद खुलने …

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कुंडली में है कालसर्प दोष तो अपनाएं भोलेनाथ के ये उपाय, शीघ्र बनेंगे बिगड़े काम

जब किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु ग्रहों के बीच अन्य सभी ग्रह आ जाते हैं तो कालसर्प दोष का निर्माण होता है। कुंडली में कालसर्प योग के शुभ अौर अशुभ दोनों प्रकार के प्रभाव हो सकते हैं। कुंडली में कालसर्प योग के कारण शादी न होना, संतान में विलंब, विद्या में दिक्कत आना, दांपत्य जीवन में कड़वाहट, …

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जब दुर्योधन की पत्नी ने नहीं करने दिया उसे ये दान, कर्ण कहलाए सबसे बड़े दानी

कुरु युवराज दुर्योधन के द्वार पर आकर एक भिक्षु ने अलख जगाई, ‘‘नारायण हरि! भिक्षां देहि!’’ उसने दुर्योधन का यशोगान भी किया। स्वयं को कर्ण से भी अधिक दानी समझने वाले दुर्योधन ने स्वर्ण आदि देकर भिक्षुक का सम्मान करना चाहा तो भिक्षुक ने कहा, ‘‘राजन! मुझे यह सब नहीं चाहिए।’’ दुर्योधन ने आश्चर्य से पूछा, ‘‘तो फिर महाराज कैसे …

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जब कैलाश पर्वत पर पड़ती हैं सूर्य की किरणें तो चमकने लगती है ऊं की आकृति

कैलाश मानसरोवर भगवान शिव एवं मां पार्वती का धाम है। हर आस्थावान व्यक्ति की मनोकामना होती है कि वह एक बार इस दिव्य धाम के दर्शन जरूर करे। कैलाश मानसरोवर का संबंध जितना श्रद्धा एवं भक्ति से है, उतना ही प्रकृति से भी है। यहां शिव की शक्ति प्रकृति के विभिन्न रूपों में प्रकट होती है। यूं तो कैलाश स्वयं …

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बड़े-बुजुर्गों द्वारा बताए इन पारम्परिक उपायों को करने से हर Problem होगी दूर

कुछ ऐसी मान्यताएं होती हैं, जिनका हमें ठोस आधार तो मालुम नहीं होता लेकिन फिर भी हम उन्हें करते हैं क्योंकि वो पारम्परिक रूप से चली आ रही होती हैं। बड़े-बुजुर्गों द्वारा बताए गए कुछ खास उपाय करके व्यक्ति धन, यश, निरोगता के साथ बहुत सारे संकटो से बच सकता है। शुक्ल पक्ष में एक पान का पत्ता लें, उस …

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वसंत पंचमी पर करें ये काम, मिलेगा ज्ञान का भंडार और बुद्धि का वरदान

1 फरवरी 2017 को सरस्वती पूजा का दिन है, जो प्रत्येक वर्ष माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को वसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है। मां शारदे के प्राकट्य पर्व को सर्वसिद्धिदायक पर्व माना जाता है। देववाणी संस्कृत भाषा में निबद्ध शास्त्रीय ग्रंथों का दान संकल्पपूर्वक विद्वान ब्राह्मणों को देना चाहिए। साथ ही ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:’ …

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गुप्त नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा को लगाएं ये भोग, पूर्ण होगी हर इच्छा

आज 28 जनवरी 2017 से माघ गुप्त नवरात्र का प्रारंभ हो रहा है। ये नवरात्रि 5 फरवरी तक चलेंगे। नवरात्रि में मां दुर्गा के अलग-अलग नौ स्वरूपों का पूजन किया जाता है। मां दुर्गा को विभिन्न उपाय करके प्रसन्न किया जाता है। नवरात्रि में देवी को हर दिन एक विशेष प्रकार का भोग लगाया जाता है। नवरात्रि में पहले दिन …

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भगवान शिव मंगल कामना के लिए करते हैं इस श्लोक से स्तुति

सृष्टि के निर्माण के समय से ही शक्ति की आराधना की जाती रही है। सबसे पहले भगवान विष्णु ने मधु नामक दैत्य के वध के लिए इस व्रत का पालन कर अपने उद्देश्य में सफलता प्राप्त की। भगवान शंकर ने त्रिपुरासुर के नाश के लिए यही व्रत किया। जब देवगुरु बृहस्पति की भार्या का हरण चंद्रमा ने कर लिया तो …

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