सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद को लेकर बड़ा दावा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक विद्रोह के दौरान उन्होंने इजरायल को सैन्य जानकारी सौंपकर देश छोड़ा। उन्होंने हथियार डिपो और मिसाइल ठिकानों की जानकारी दी, जिससे इजरायल ने सीरियाई ठिकानों पर हमले किए। ऐसा सुरक्षित निकासी के लिए किया गया।
सीरिया की राजधानी में जब विद्रोहियों ने धावा बोलो तो मौका देखकर राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर भाग गए। उनके भागने को लेकर अब एक बड़ा दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक बशर अल असद ने सुरक्षित रूप से देश से सुरक्षित निकलने के बदले सैन्य जानकारी दुश्मन देश इजरायल को सौंपी थी। कहा जा रहा है कि उन्होंने हथियार डिपो की जानकारी इजरायल को दी, जिसका इस्तेमाल अब इजरायल उनके ऊपर बम गिराने के लिए कर रहा है।
तुर्की के अखबार हुर्रियत के चर्चित पत्रकार अब्दुलकादिर सेलवी ने बताया कि एक भरोसेमंद स्रोत ने उन्हें बताया कि असद ने हथियार डिपो, मिसाइल सिस्टम और लड़ाकू विमानों के स्थान की जानकारी इजरायल को सौंपी थी, ताकि उड़ान के दौरान इजरायल उन पर हमला न करे। असद की सरकार के पतन के तुरंत बाद इजरायल ने सीरियाई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले करने शुरू कर दिया। सेल्वी ने इससे निष्कर्ष निकाला कि इस रिपोर्ट के सच होने की संभावना है।
विद्रोही समूह को मिली जीत – सेलवी ने यह भी कहा कि असद के भागने में इजरायल की भूमिका से जुड़े और भी कई पहलू हैं, लेकिन उन्होंने इससे जुड़ी डिटेल नहीं दी। सीरिया में विद्रोही सेनाओं ने नवंबर के अंत में विद्रोह शुरू कर दिया और कुछ ही दिनों में दमिश्क पर कब्जा कर लिया। असद गुपचुप तरीके से रूस भाग गए हैं, जहां राष्ट्रपति पुतिन ने उन्हें शरण दी है। तब से इजरायल कई बार उन ठिकानों पर हमला कर चुकी है, जिसे हथियार डिपो माना जाता है।
हमले से लगा भूकंप का झटका – इजरायल का कहना है कि ये हमले इसलिए किए जा रहे हैं ताकि हथियार चरमपंथियों के हाथों में न पड़ जाए। ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (SOHR) ने हाल ही में बताया कि इजरायल ने उत्तरी सीरिया के टार्टस में एक हथियार अड्डे को निशाना बनाया। विस्फोट का वीडियो सामने आया, जिसमें आग और धुएं के बादल दिखाई दिए। यह विस्फोट इतना तेज था कि इसके जरिए भूकंपीय सेंसरों पर 3.0 तीव्रता का भूकंप देखने को मिला।
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