पैरेंटिंग यानी बच्चों की परवरिश एक रोलर-कोस्टर राइड की तरह है जिसमें आपको कभी अच्छा महसूस होता है, तो कभी बुरा भी लगता है। कभी-कभी ऐसी चुनौतियां सामने आ जाती हैं कि सिर चकरा जाता है। ऐसे में पैरेंट्स का पैनिक मोड में आना स्वाभाविक है। इसमें मां-बाप हर वक्त तनाव से घिरे रहते हैं और इससे इनके जीवन का हर एक पहलू प्रभावित होता है।
अगर आप भी हर छोटी बात पर गुस्सा हो जाते हैं या चिल्लाते रहते हैं तो शायद एक पैरेंट के तौर पर आप पैनिक मोड में जा चुके हैं। यदि छोटी-छोटी बातें आपको ट्रिगर कर रही हैं और आप अपने आप को कंट्रोल में नहीं रख पा रहे हैं, तो इसका भी यही मतलब है कि आप पैनिक मोड हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बता रहे हैं जिनकी मदद से आप जान सकते हैं कि आप पैनिक पैरेंट हैं या नहीं।
हमेशा स्ट्रेस में रहना – पैरेंट्स के लिए तनाव में रहना कोई नई बात नहीं है लेकिन अगर आप लगातार या हर समय स्ट्रेस महसूस कर रहे हैं, तो फिर चिंता की बात है। जब आपका हर पल चिंता और डर से भरा होगा, तो आप अपनी जिंदगी की किसी भी खुशी का आनंद नहीं ले पाएंगे।
अर्जेंट करना है – जब आपको लगे कि आपको ये काम तुरंत करने की जरूरत है, तो इसे नजरअंदाज न करें। मेल का रिप्लाई करना हो, खाना बनाना हो या किसी को जरूरी कॉल करनी हो, जब हर छोटी चीज स्ट्रेस देने लगे या ऐसा लगने लगे कि आप इनके लिए स्ट्रेस ले रहे हैं तो इसका मतलब है कि कुछ ठीक नहीं है। इससे आप बहुत जल्दी थका हुआ महसूस कर सकते हैं।
खुद को इग्नोर करना – पैरेंट्स का पैनिक मोड में जाने का मतलब है कि वो खुद अपनी जरूरतों और चाहतों को इग्नोर करना शुरू कर देते हैं। यहां पर मां-बाप अपने बच्चे की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी नींद, पोषण और जरूरतों को भूल जाते हैं जो कि किसी भी रूप में सही नहीं है।
नकारात्मक विचार – जब कोई पैरेंट पैनिक मोड में होता है, तो उसका दिमाग हर समय नकारात्मक विचारों से घिरा रहता है। डर, खुद पर शक करना और अपने आप की ही आलोचना करना, ये कुछ ऐसी चीजें हैं जो पैनिक मोड में रहने वाले पैरेंट्स की साथी बन जाती हैं।
नाराज या गुस्सा रहना – पैनिक मोड में आने के बाद पैरेंट्स हर किसी से नाराज रह सकते हैं या उन्हें हर किसी पर गुस्सा आने लगता है। अपने खुद के बच्चे हों या फिर पति हो या परिवार का कोई भी सदस्या हो, ये बड़ी आसानी से गुस्सा हो जाते हैं या उनसे नाराज रहते हैं। इसका बुरा असर इनके रिश्तों पर भी पड़ सकता है।
अगर आपको लग रहा है कि एक पैरेंट के तौर पर आप खुद पैनिक मोड में आ गए हैं, तो तुरंत अपने परिवार या पति या फिर काउंसलर की मदद से इससे बाहर आने की कोशिश करें।
Home / Lifestyle / सिर पर हर वक्त सवार रहता है गुस्सा और स्ट्रेस, तो समझ लें बच्चे ही बन गए हैं आपकी मुसीबत