Monday , June 30 2025 4:57 PM
Home / Lifestyle / अरबपति सिंगर सेलेना गोमेज की ल्यूपस से लड़ाई ने हमें ऑटोइम्यून बीमारी के बारे सिखाई ये 5 बातें

अरबपति सिंगर सेलेना गोमेज की ल्यूपस से लड़ाई ने हमें ऑटोइम्यून बीमारी के बारे सिखाई ये 5 बातें


सेलेना गोमेज, जो स्वयं ल्यूपस से पीड़ित हैं, इस ऑटो इम्यून रोग के प्रति जागरूकता फैलाने का एक प्रमुख चेहरा बनी हुई हैं। ल्यूपस एक क्रोनिक स्थिति है जो शरीर के विभिन्न हिस्सों, जैसे कि किडनी, त्वचा, और जोड़ों को नुकसान पहुंचा सकती है।
कई सालों से सेलेना गोमेज हमें ल्यूपस के बारे में बताती आ रही हैं। ल्यूपस एक क्रोनिक स्थिति है जो सेलेना गोमेज को है और इसका पता उन्हें 2013 में लगा था। तब से वह लोगों के बीच इसके बारे में जागरूकता फैलाने का काम कर रही हैं।
ल्यूपस एक ऑटो इम्यून डिजीज है जो शरीर में इन्फ्लेमेशन पैदा करती है। यह स्थिति शरीर के कई भागों को प्रभावित कर सकती है। यह आमतौर पर स्किन, किडनी और जोड़ों को प्रभावित करती है। इसमें आपका इम्यून सिस्टम हेल्दी टिशू पर अटैक करने लगता है।
तब से ही सेलेना ने इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने को अपना एक मिशन मान लिया है। सेलेना ने अपने लक्षणों, इलाज के बारे में लोगों से साझा किया है साथ में ही इस जर्नी में आने वाले संघर्षों के बारे में भी कई बार बात की है। उनकी यह जंग हमें निम्न चीजों के बारे में बताती है जो ल्यूपस के दौरान अक्सर देखने को मिलती हैं।
किडनी ट्रांसप्लांट एक जटिलता है – ल्यूपस के कारण आपकी किडनी डैमेज हो सकती हैं और कई बार तो किडनी फेल्यर जैसी स्थिति भी देखने को मिली हैं। यह ल्यूपस से पीड़ित लोगों में मृत्यु का एक कारण है। 2017 में सेलेना ने किडनी ट्रांसप्लांट करवाया था और इस समय उनकी एक दोस्त फ्रांसिया रेजा ने अपनी किडनी उन्हें डोनेट की थी। किडनी से जुड़ी समस्याओं के कारण ही मरीज को समय समय पर अपने डॉक्टर के पास जा कर अपनी स्थिति को मॉनिटर करवाते रहना चाहिए।
मानसिक सेहत हो सकती है खराब – ल्यूपस और इसके इलाज के दौरान आप को मानसिक सेहत से जुड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है जैसे आप को डिप्रेशन, एंजाइटी और स्ट्रेस का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप को भी यह बीमारी है तो आपको अपने डॉक्टरों को बताते रहना चाहिए कि आप कैसा महसूस करते हैं और कहीं आप मानसिक रूप से ज्यादा तंग तो नहीं हैं। सेलेना को भी मानसिक सेहत से जुड़ी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था और वह बाइपोलर डिसऑर्डर से भी डायग्नोस्ड हो चुकी हैं।
वजन और बॉडी में आ सकता है बदलाव – ल्यूपस के कारण आप का वजन एक जैसा नहीं रह पाता है और यह बढ़ता और कम होता रहता है। इस बीमारी की दवाइयां खाने से वजन तेजी से बढ़ने लगता है जिससे मरीज में बॉडी इमेज को लेकर संदेह होने लगता है और वह काफी डाउन महसूस करने लगते हैं। इससे आप का चेहरे भी गोल और ज्यादा भरा भरा लगने लगता है। सेलेना भी इस चीज से नहीं बच पाई और उनको वजन बढ़ने के कारण लोगों ने काफी ज्यादा ट्रोल किया। इसके बारे में भी इन्होंने कई बार अपने इंटरव्यू और सोशल मीडिया पर बात की है।
फर्टिलिटी और प्रेग्नेंसी हो सकती है प्रभावित – ल्यूपस के मामलों में 90 प्रतिशत मरीज महिलाएं हैं। जब महिलाओं का फर्टिलिटी पीरियड होता है तभी यह बीमारी ज्यादा प्रभावित करती है। हालांकि पीड़ित महिलाओं में हेल्दी प्रेग्नेंसी भी संभव है लेकिन उन्हें थोड़ी बहुत जटिलताओं का सामना करना पड़ेगा। फर्टिलिटी एक बड़ी चुनौती हो सकती है। जब ल्यूपस एक्टिव होता है तो कंसीव न करना ही एक अच्छा निर्णय होता है नहीं तो मां और बच्चे को जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। गोमेज को भी डॉक्टरों ने प्रेग्नेंसी के लिए मना किया हुआ है नहीं तो उनकी और बच्चे की जान को खतरा हो सकता है।
स्ट्रोक भी एक बड़ी समस्या है – ल्यूपस दिमाग और सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकता है जिससे सिर दर्द और चक्कर आने जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। इससे सीजर और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। गोमेज ने भी एक ब्रेक से लौटने के बाद बताया था कि उन्होंने कीमो थेरेपी ली थी नहीं तो उनको स्ट्रोक भी आ सकता था।