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सुपरकार और स्पीडबोट दोनों का मजा एक में, आ गई दुनिया की पहली लक्जरी स्पोर्ट्स होवरक्राफ्ट


अमेरिका में एक कंपनी ने जमीन और पानी दोनों पर चलने वाली होवरक्राफ्ट को बनाया है। यह होवरक्राफ्ट देखने में किसी लक्जरी कार की तरह है। होवरक्राफ्ट का इस्तेमाल लगभग सभी देशों की नौसेनाएं समुद्र और तटीय इलाकों में एक जगह से दूसरी जगह तक जाने में करती हैं। इस कार को अमेरिका की प्रसिद्ध कंपनी माइकल मर्सिएर ने बनाया है। कंपनी ने दावा किया है कि यह दुनिया का पहला लक्जरी स्पोर्ट्स होवरक्राफ्ट है।
2014 में पहली बार हुआ था लॉन्च : इस फ्यूचरिस्टिक डिजाइन को पहली बार 2014 में सुपरक्राफ्ट के रूप में पेश किया गया था। लेकिन, तब इसके ऑपरेशन में कई तरह की परेशानियां आने के कारण कंपनी ने इसकी डिजाइन को अपग्रेड किया। अब 2021 में इस लक्जरी स्पोर्ट्स होवरक्राफ्ट को अरोसा के नाम से लॉन्च किया गया है। यह होवरक्राफ्ट सुपरकार और स्पीडबोट दोनों की तरह पानी और जमीन पर पूरी स्पीड से चल सकती है।
कार्बन फाइवर बॉडी से बनी है यह होवरक्राफ्ट : अरोसा को कार्बन फाइवर बॉडी के साथबनाया गया है। अरोसा की स्लीक बॉडी और एग्रेसिव फ्रंट किसी का भी दिल जीत सकती है। इसका साइड एयर इंटेक समुद्र और जमीन दोनों पर स्पीड को बढ़ाने और एयरो डायनमिक बनाने में सहायता करता है। इसका दो सीटों वाला खुला कॉकपिट साइड डेक से बैलेंस किया गया है। जिससे यह किसी गो-फास्ट बोट की याद दिला रही है।
पूरी तरह से इलेक्ट्रिक है यह गाड़ी : अरोसा पूरी तरह से इलेक्ट्रिक पावर पर चलने वाली गाड़ी है। इससे इस होवरक्राफ्ट के इंजन की आवाज काफी कम आती है। इतना ही नहीं, इलेक्ट्रिक सिस्टम होने कारण अरोसा के प्रदूषण भी नहीं फैलता है। अपने पिछले मॉडल की तरह अरोसा के निचले हिस्से में एयर कुशन लगाया गया है। जिससे यह जमीन और पानी दोनों पर पूरी स्पीड से चल पाती है।
किसी भी सतह पर चलने में सक्षम, पर सरकार की मंजूरी नहीं : VonMercier के अनुसार, होवरक्राफ्ट आसानी से घास, बजरी, टरमैक, रेत, पानी समेत कई अन्य तरह के सतहों पर चल सकता है। हालांकि, अधिकतर देशों में होवरक्राफ्ट को आमतौर पर सार्वजनिक सड़कों पर चलाने की अनुमति नहीं दी जाती है, क्योंकि उन्हें अक्सर नावों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। ऐसे में होवरक्राफ्ट को जमीन पर चलाने के लिए सरकार से अलग से परमिशन लेनी पड़ेगी।