नई दिल्ली : भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) अध्यक्ष डा अखिलेश दास गुप्ता ने रियो आेलंपिक खेलों में रजत पदक जीतकर इतिहास रचने वाली पीवी सिंधु के लिए 50 लाख रुपए की इनामी राशि की घोषणा की। बाई ने सिंधु को प्रशिक्षण देने वाले द्रोणाचार्य पुरस्कार हासिल कर चुके कोच पुलेला गोपीचंद के लिए भी 10 लाख रुपए की नकद इनाम की घोषणा की।
विश्व की नंबर दस खिलाड़ी सिंधु को स्पेन की कैरोलिना मारिन के हाथों 21-19, 12-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। बैडमिंटन में भारत का यह पहला रजत पदक है। साइना नेहवाल ने 2012 लंदन आेलंपिक खेलों में पहली बार देश को बैडमिंटन मंे कांस्य के रूप में कोई पदक दिलाया था सिंधु के प्रयासों की सराहना करते हुए दास गुप्ता ने कहा, ‘‘इस एेतिहासिक उपलब्धि और भारत को सम्मान दिलाने के लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं।
यह भारतीय बैडमिंटन जगत के लिए मील का पत्थर है और यह वैश्विक मंच पर भारतीय बैडमिंटन की ताकत को दिखलाता है।’’ उन्होंने कहा कि सिंधु की यह उपलब्धि लाखों बच्चों को इस खेल से जुडऩे के लिए प्रेरित करेगी। दास गुप्ता ने कहा, ‘‘बाई और भारतीय बैडमिंटन जगत की तरफ से मैं एक बार फिर इस शानदार उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई देता हूं।’’ उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘खेल को एक बार फिर से नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए मैं कोच पी गोपीचंद को भी बधाई देता हूं।
पद्म भूषण गोपीचंद ने खुद भारत के लिए खेलते हुए देश को कई सम्मान दिलाए और अब उनके खिलाड़ी नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। उनके जैसा कोच या मार्गदर्शक पाकर भारतीय बैडमिंटन जगत बहुत भाग्यशाली है।’’ सिंधु आेलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं।