कोलकाता।
अज्ञात व्यक्ति से होटल के कमरे में 20 लाख रुपए देते कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के अध्यक्ष आरपीएस काहलोन पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। काहलोन को गिरफ्तार करने का यह ऑपरेशन 3 महीने पहले शुरू किया गया था। इस काम में कोलकाता पुलिस के गुप्तचर विभाग के साथ.साथ स्पेशल टास्क फोर्स भी शामिल था। पुलिस को इस सिलसिले में एक सूचना मिली थी। लालबाजार स्थित पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने बताया कि पुलिस कमिश्वर राजीव कुमार और अतिरिक्त सीपी विनीत गोयल खुद इस पूरे ऑपरेशन पर नजर रख रहे थे। काहलोन भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। हालांकि काहलोन इस बात का जवाब नहीं दे पाए कि वे इतनी नकद राशि साथ लेकर क्या कर रहे थे। काहलोन के ऑस्ट्रेलिया के एक हवाला रैकेट में भी शामिल होने की जानकारी मिली है।
58 साल के काहलोन को जगताप दत्ताजी के साथ गिरफ्तार किया गया। जगताप कोलकाता भारत कंटेनर टर्मिनल्स के एक निदेशक हैं। गुरुवार को दोनों को अदालत में पेश किया गया। काहलोन और जगताप ने इस अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को साजिश करारा दिया। कुछ ही देर बाद उनकी बहन ने पत्रकारों के सामने आकर काहलोन की गिरफ्तारी पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि राज्य और केंद्र सरकार में विशिष्टता के साथ 35 साल सेवा करने के बाद भी काहलोन को फंसाया जा रहा है।
काहलोन और दत्ताजी को 17 मार्च तक के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। केओपीटी के प्रमुख काहलोन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी और सेक्शन 7 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पहले इस मामले को स्वतरू संज्ञान लेते हुए न्यू मार्केट पुलिस थाने में दर्ज करवाया गया। इस मामले को फिर गुप्तचर विभाग के पास भेज दिया गया है। इसी विभाग की धोखाधड़ी निरोधी शाखा अब काहलोन के घर और दफ्तर पर छापेमारी कर रही है।