लंदन: कंप्यूटर्स हैकर्स ने ब्रिटेन समेत दुनिया के 74 देशों की वेबसाइट्स हैक कर दी हैं। इस हैकिंग के लिए अमेरिका सुरक्षा एंजेंसी एनएसए के उस टूल को जिम्मेदार बताया जा रहा है जो हाल ही में लीक हुआ था। साइबर सिक्योरिटी फर्म के अनुसार हैकर्स ने लगभग 74 देशों को रैंजमवेयर के जरिए निशाना बनाया है।
इसके तहत लगभग 50 हजार कंप्यूटर्स को निशाना बनाया गया है। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का माना है कि हैकर्स ने उन तरीकों को अपनाया है जिसे नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने डेवलप किया था जो हाल ही में लीक हुआ है। हैकर्स कंप्रेस्ड और एन्क्रिप्टेड फाइल के जरिए भी कंप्यूटर्स को निशाना बना रहे हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार शाम इंग्लैंड के अस्पतालों में बड़े साइबर अटैक की खबर आई थी। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक अस्पतालों में आईटी फेल की समस्या उत्पन्न हुई है। हैकर्स ने इंग्लैंड की हेल्थ सर्विस से जुड़े कम्प्यूटरों को निशाना बनाया है।
प्रभावित अस्पतालों में ईस्ट एंड नॉर्थ हर्टफ़ोर्डशायर एनएचएस ट्रस्ट, लंदन में बैट्र्स हेल्थ, एसेक्स पार्टनरशिप यूनिवर्सिटी एनएचएस ट्रस्ट, मोरेकंबे बे एनएएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट, साउथपोर्ट और ओर्मस्किरक अस्पताल एनएचएस ट्रस्ट और ब्लैकपूल शिक्षण अस्पताल एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट के विश्वविद्यालय अस्पतालों में शामिल हैं।
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक इंग्लैंड के कई अस्पतालों का कहना है कि उन्हें अपनेे कम्प्यूटर खोलने में परेशानी हो रही है। जो भी कम्प्यूटर्स हैक हुए हैं उन्हें खोलने पर एक मैसेज दिखाई दे रहा है जिसमें कहा गया है कि फाइल रिकवर करना चाहते हो तो 300 डॉलर देने होंगे।