Saturday , April 20 2024 8:47 PM
Home / News / कीव पर सिर्फ 13 घंटे में कब्जा करना चाहते थे पुतिन, आधे दिन की ही थी तैयारी, अब 10 महीने से लड़ रहे जंग

कीव पर सिर्फ 13 घंटे में कब्जा करना चाहते थे पुतिन, आधे दिन की ही थी तैयारी, अब 10 महीने से लड़ रहे जंग


रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अपने 10 महीने पूरे करने की तरफ बढ़ रहा है। लड़ाई अब फरवरी, मार्च जितनी तेज तो नहीं है लेकिन ड्रोन हमले अभी भी जारी हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अंदाजा नहीं था कि यह जंग इतनी लंबी चलेगी। कहा तो यहां तक जा रहा है कि पुतिन की योजना हमले के सिर्फ 13 घंटों के भीतर कीव पर कब्जे की थी। रूस के कुछ अंदरूनी दस्तावेजों से पता चला है कि पुतिन को अपनी सेना पर इतना भरोसा था कि उनकी योजना कीव पर एक दिन से भी कम समय में कब्जा कर लेने की थी।
डेलीस्टार की रिपोर्ट के अनुसार, 10 महीने की भयानक लड़ाई के बाद युद्ध की शुरुआती योजना में कीव पर हमला करने वालों के लिए ‘सैन्य मदद’ का कोई संकेत नहीं मिलता। योजनाओं से पता चलता है कि बेलारूसी सीमा के अपने शुरुआती बिंदु से 140 मील की यात्रा करने के बाद दोपहर 2:55 बजे तक सैनिक कीव के किनारे पर होंगे। लेकिन 13 घंटे में राजधानी पर कब्जा कर लेने के बजाय रूसी सैनिकों के हमले की सभी योजनाएं एक-एक कर विफल होती चली गईं।
24 घंटे दर्द से तड़पता रहा रूसी सैनिक – रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन में भेजे गए सैनिकों के लिए ‘किसी तरह के उपकरण या सैन्य मदद’ की योजना नहीं थी। एक रूसी सैनिक ने कीव से 90 मील दूर हुई मुठभेड़ के अपने भयानक अनुभव को साझा किया है। सैनिक ने कहा, ‘घात लगाकर किए गए हमले में मैं घायल हो गया। मैंने अपना एक पैर खो दिया था और 24 घंटों के लिए मैं एक मैदान में पड़ा हुआ था और मदद के लिए अपनी यूनिट का इंतजार कर रहा था।’
एंटी-टैंक हथियारों से लैस यूक्रेन से हुआ रूस का सामना – उसने बताया कि सैनिकों को पहली बार बेलारूस की सीमा पार करने के 13 घंटे बाद ही यूक्रेन के बाहरी इलाकों तक पहुंचने का आदेश दिया गया था लेकिन वे आगे नहीं बढ़ पाए। ऐसा प्रतीत होता है कि रूसी सेना सिर्फ चेर्निहाइव तक ही पहुंच पाई थी जहां कीव की ओर भेजे गए 30 हजार रूसी सैनिकों को एंटी-टैंक हथियारों से लैस यूक्रेनी सेना का सामना करना पड़ा। रूस अपने ‘आधे दिन के युद्ध’ को लेकर इतना आश्वस्त था कि उसने कथित तौर पर नेशनल गार्ड और पुलिस को भी रवाना कर दिया था ताकि कीव पर कब्जे के बाद भीड़ को काबू में किया जा सके।