हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है। क्योंकि वह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। ज्योतिष के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में शनि सही दशा में नहीं होता, उनका भाग्य कभी उनका साथ नहीं देता। उन्हें हर काम में सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। इतना ही नहीं उन्हें धन संबंधी परेशानियों से भी जूझना पड़ता है और गरीबी का सामना करना पड़ता है। तो यदि आपकी कुंडली में भी शनि की स्थिति अशुभ चल रही है तो यहां हम आपको कुछ एेसे उपाय बताने जा रहे हैं जिस पर अमल करके शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है।
शनिवार के दिन उन्नीस हाथ लंबा काला धागा लेकर उसकी माला बनाकर उसे शनिदेव पर चढ़ा दें। कुछ देर बाद काले धागे की इस माला को अपने गले में धारण कर लें। इसे दाहिने हाथ में भी बांध सकते हैं। मान्यता है कि इस उपाय से शनि का प्रकोप कम हो सकता है।
प्रत्येक शनिवार व्रत रखें। सूर्यास्त के समय हनुमानजी की पूजा करें। पूजा में सिंदूर, काली तिल्ली का तेल, तेल का दीपक और नीले फूल चढ़ाएं। इस उपाय से हनुमान जी के भक्तों पर से शनि के अशुभ प्रभाव का असर कम होने लगता है।
इस दिन बंदरों और काले कुत्तों को लड्डू खिलाएं। इस उपाय से हनुमान जी के साथ ही शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं।
मान्यता है कि इस दिन काली गाय की पूजा करके कुमकुम और चावल चढ़ाना अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही गाय को अपने हाथों से बूंदी के लड्डू खिलाएं और उसकी परिक्रमा करें। लेकिन गाय की पूजा करते समय सावधानी ज़रूर रखें। इस उपाय से शनि के दोष दूर हो सकते हैं।
एक कटोरी में तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखें। इसके बाद तेल किसी गरीब व्यक्ति को दान कर दें। इस दिन शनि के विशेष उपाय करने से कुंडली के बहुत से दोष दूर हो सकते हैं।