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गुड्डे-गुडिया के साथ सोना बच्‍चे को पड़ सकता है भारी, इस उम्र से पहले तो दिखाएं तक नहीं

बच्‍चों को खिलौने बहुत पसंद होते हैं और उन्‍हें देखकर ही बच्‍चों का मन खिल उठता है। यही वजह है कि बच्‍चों के कमरे ही नहीं बल्कि उनके सोने के बिस्‍तर पर भी ढेर सारे खिलौने रखे होते हैं। कुछ बच्‍चों को खिलौने हाथ में लेकर या अपने साथ रखकर सोने की आदत होती है। हालांकि, माता-पिता को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि बच्‍चों के लिए किसी टॉय को लेकर सोना कितना सुरक्षित होता है और क्‍या इसके कोई नुकसान हो सकते हैं। अगर आपका भी बेबी है और वो टॉय अपने साथ रखकर सोता है, तो आपको जान लेना चाहिए कि बच्‍चे के लिए यह कितना सुरक्षित है।
क्‍या टॉय के साथ सो सकते हैं बच्‍चे — जब तक आपका बच्‍चा 6 महीने का नहीं हो जाता, तब तक आप उसे खिलौने के साथ सोने ना दें। उसे कोई भी सॉफ्ट टॉय या डॉल ना दें। बच्‍चे के पालने या बिस्‍तर को बिलकुल साफ रखें और कोई भी ऐसी चीज उसके पास ना रखी हो जिससे कोई हादसा या दम घुटने का खतरा हो।
जब आपका बच्‍चा 6 महीने का हो जाए तो आप उसे सॉफ्ट टॉय के साथ सुला सकते हैं। अगर वो आपके साथ ही बिस्‍तर पर सोता है तो बिस्‍तर पर कोई खिलौना ना रखें।
टॉय यूज कर रहे हैं तो – यदि आप एक सॉफ्ट टॉय या कम्फर्टर का उपयोग अपने बच्‍चे के लिए कर रहे हैं तो उसे पहले थोड़ी देर के लिए अपने पास रखें ताकि उसमें आपकी खुशबू आ जाए। बच्‍चे अपनी मां को उनकी खुशबू से ही पहचानते हैं। आपकी खुशबू पाकर बच्‍चा बड़े आराम से उस टॉय के साथ सो जाएगा।
ऐसे टॉय ना खरीदें – ऐसे खिलौने ना खरीदें जो आपके बच्चे जितने बड़े हों। बच्‍चों को छोटे सॉफ्ट टॉय ज्‍यादा पसंद आते हैं जिसे वह आसानी से पकड़ सकते हैं।
छोटे-छोटे खिलौने भी आसानी से इधर-उधर ले जाए जा सकते हैं। इसलिए जब आप अपने बच्चे के साथ बाहर जाते हैं, तो उसके पास उसका पसंदीदा खिलौना या उसे सूद करने वाला टॉय होना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
स्‍टफ्ड टॉय ना खरीदें – कई डॉक्टर सलाह देते हैं कि यदि आपके बच्चे को एलर्जी है तो आप स्‍टफ्ड खिलौने का उपयोग न करें। इन पर बड़ी आसानी से धूल चिपक सकती है। आप अपने बच्‍चे के लिए अच्‍छी क्‍वालिटी का ही टॉय खरीदें।
इन खिलौनों से रखें दूर – बाजार में हर तरह के खिलौने उपलब्ध हैं, जिनमें से कई आवश्यक सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं करते हैं। कुछ खिलौनों में छोटी फलियां, राई, स्पंज के टुकड़े या थर्मोकोल के गोले भरे होते हैं। अगर यह कटने या फटने के कारण ढीले हो जाते हैं और अगर यह आपके बच्चे के हाथों में चले जाते है तो फिलिंग से दम घुटने का खतरा हो सकता है या बच्‍चा इन्‍हें मुंह में भी ले सकता है।
​क्‍वालिटी पर ध्‍यान दें – कुछ खिलौने ऐसी सामग्री से बनाए जा सकते हैं जो आपके बच्चे के लिए उपयुक्त न हों। ट्रैफिक लाइट और सड़क किनारे की दुकानों पर बेचे जाने वाले खिलौने सस्ते हो सकते हैं, लेकिन स्वास्थ्यकर या सुरक्षित नहीं होते हैं। कुछ को निर्माता द्वारा दोषों के कारण या गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं करने के कारण भी अस्वीकार कर दिया गया हो सकता है। इसलिए, आप जो भी चुनें, सावधानी से चुनें। आखिरकार ये आपके बच्‍चे की सेफ्टी का सवाल है।