आजकल लोग अपने घरों सुंदर और आकर्षित बनाने के लिए नए-नए तरीकों से उनका निर्माण करवाते हैं। लेकिन एेसे बहुत से लोग जिन्हें ये नहीं पता कि घर को बनवाते समय वास्तु की कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार घर की अस्थायी बनावट के कारण घर-परिवार पर नकारात्मकता हावी हो जाती है और सकारात्मकता धीरे-धीरे कोसों दूर चली जाती है। इतना ही नहीं, इसके कारण घर के सदस्यों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जिसमें सबसे बड़ा और भयानक रोग कैंसर शामिल है।
कैंसर रोग का कारण
वास्तु विज्ञानियों का कहना है कि जिन लोगों को कैंसर होता है उनके घर में कम से कम दो वास्तु दोष जरूर होते हैं। इनमें एक वास्तुदोष घर के ईशान कोण वाले भाग में जरूर होता है, जैसे- घर का ईशान कोण गोल होना, कटा हुआ होना, दबा हुआ होना या ज़रूरत से ज्यादा ईशान कोण का बढ़ा हुआ होना या घर की अन्य दिशाओं की तुलना में ईशान कोण का ऊंचा होना है। इसके अलावा ये कहते हैं शरीर के किस में कैंसर होगा यह निर्भर करता है घर के दूसरे वास्तुदोष पर जो कि, घर के दक्षिण पश्चिम दिशा या आग्नेय, वायव्य और नैऋत्य कोण में कहीं होता है।