कई बार परिस्थितियां ऐसी हो जाती हैं कि हंसते-खेलते परिवार में अचानक से परेशानियां बढ़ने लगती हैं। क्या आप जानते हैं, इसका मुख्य कारण वास्तु दोष भी हो सकता है ? जब कोई घर बनाया जाता है या खरीदा जाता है तो वास्तु संबंधित नियमों को फॉलो किया जाता है लेकिन घर को सजाते वक्त जाने-अनजाने कुछ गलतियां हो जाती हैं, जिससे वास्तु दोष लग जाता है।
वास्तु उपाय : यदि घर के किसी स्थान पर वास्तुदोष निर्मित हो रहा है तो वहां कपूर की 2 टिकिया रख दें, जब वे टिकिया गलकर समाप्त हो जाए तब दूसरी दो टिकिया रख दें। इस तरह बदलते रहेंगे तो वास्तुदोष निर्मित नहीं होगा।
घर या दुकान में सप्ताह में कम से कम एक बार समुद्री नमक मिले पानी का पोंछा लगाएं। इससे नकारात्मकता दूर होगी। बचा हुआ पानी संभव हो तो बबूल के पेड़ में डालें।
घर के दरवाजे पर हल्दी को गोमूत्र या गंगाजल के साथ घोल मिलाकर तीन उंगलियों से तीन रेखाएं बनाएं।
महीने में एक बार लोबान, गुग्गल, कपूर आदि जलाकर घर के हर कोने में धुआं दें।
घर में सुबह सफाई करने के बाद गृहलक्ष्मी को मुख्य द्वार पर गंगाजल छिड़कना चाहिए। ऐसा करने से घर में धन संबंधित परेशानियां नहीं होंगी।
घर के मंदिर में सुबह और शाम को घी का दीपक जलाएं। पूजा करते समय अपना मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखें।
संध्या के समय कुछ समय के लिए सारे घर में प्रकाश अवश्य करें। घर के मुख्य दरवाजे पर दीपक जलाएं।