
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस की सेना को दुनिया की सबसे बर्बर सेना करार दिया है। उन्होंने कहा कि रूसी सके सैनिकों के पास जो भी हथियार उपलब्ध हैं, वे यूक्रेन के खिलाफ उन सभी का इस्तेमाल कर रहे हैं। जेलेंस्की ने राष्ट्र के नाम जारी एक वीडियो संदेश में कहा, “रूसी सैनिकों ने बर्बरता ही सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने हर उस व्यक्ति और वस्तु को निशाना बनाया है, जो यूक्रेन के खिलाफ उनके संघर्ष का सामना करने में मददगार हैं।“
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने केवल सैन्य स्थलों पर हमले करने के रूसी दावों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि रूसी सैनिक आवासीय क्षेत्रों को लगातार निशाना बनाकर आम नागरिकों की हत्या कर रहे हैं। जेलेंस्की ने कहा, “इस युद्ध में रूसी सेना खुद को विश्व इतिहास में दुनिया की सबसे बर्बर और अमानवीय सेना के रूप में दर्ज करा रही है।” उन्होंने पश्चिमी देशों से जल्द से जल्द हथियारों की आपूर्ति करने की अपील करते हुए कहा, “अगर हमें अभी हथियार मिलते हैं तो हम उनकी मदद से हजारों लोगों की जान बचा सकते हैं।”
रूस ने यूक्रेन के पूर्वी औद्योगिक क्षेत्र में कोयला खदानों और कारखानों पर नियंत्रण हासिल करने के लिए मंगलवार को हमले तेज कर दिए। उसने शहरों और कस्बों के पास सैकड़ों मील लंबे मोर्चे को निशाना बनाया। रूसी बलों का मुख्य लक्ष्य पूर्वी डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करना है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना के यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने के असफल प्रयास के बाद यहां जीत उसके लिए बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। पूर्वी शहर खारकीव और क्रामातोर्स्क पहले ही घातक हमलों की चपेट में हैं।
रूस ने यह भी कहा कि उसने डोनबास के पश्चिम में जपोरिजिया और निप्रो के आसपास के क्षेत्रों पर मिसाइल हमले किए हैं। क्षेत्रीय गवर्नर ने बताया कि पश्चिमी शहर मायकोलीव में बुधवार तड़के कई विस्फोटों की आवाज सुनी गई। पास के शहर बशतांका में भी एक अस्पताल में गोलीबारी की सूचना मिली थी। डोनबास में तबाह हो चुके बंदरगाह शहर मारियुपोल में यूक्रेनी सैनिकों ने बताया कि रूसी सेना ने बंदरगाह शहर के एक विशाल इस्पात संयंत्र को नष्ट कर दिया है और एक अस्पताल को भी निशाना बनाया है, जहां सैकड़ों लोगों ने पनाह ली थी।
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