
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अटलांटिक में दुनिया की सबसे तेज मिसाइल जिरकॉन को तैनात किया है। जिरकॉन मिसाइल से लैस रूसी नौसेना का एक युद्धपोत हाल में ही अटलांटिक महासागर में पहुंचा है। इसे पश्चिम के लिए एक संकेत बताया जा रहा है कि रूस किसी भी कीमत पर यूक्रेन युद्ध से पीछे नहीं हटेगा। जिरकॉन मिसाइल 11000 किलोमीटर प्रति घंटे से भी तेज गति से उड़ान भरने में सक्षम है। रूस की यह हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल 1000 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है। यह मिसााइल इतनी तेज है कि दुश्मन का एयर डिफेंस सिस्टम भी इसे इंटरसेप्ट करने में सक्षम नहीं हैं। चीन और अमेरिका भी हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित करने की दौड़ में हैं।
पुतिन ने मिसाइल की तैनाती के बारे में खुद बताया – व्लादिमीर पुतिन ने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और एडमिरल ऑफ द फ्लीट ऑफ द सोवियत यूनियन गोर्शकोव नाम के रूसी नौसेना के फ्रिगेट के कमांडर इगोर क्रोखमल के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह युद्धपोत जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस था। पुतिन ने कहा कि इस बार जहाज नवीनतम हाइपरसोनिक मिसाइल प्रणाली जिरकॉन से लैस है। मुझे यकीन है कि इस तरह के शक्तिशाली हथियार रूस को संभावित बाहरी खतरों से मजबूती से बचाएंगे। पुतिन ने कहा कि हथियारो का दुनिया के किसी भी देश में कोई एनॉलॉग नहीं है।
रूस का सबसे ताकतवर मिसाइल है जिरकॉन – जिरकॉन को अवनगार्ड हाइपरसोनिक ग्लाइड वाहन के साथ 2019 में रूसी सेना में शामिल किया गया था। यह रूसी शस्त्रागार के सबसे ताकतवर हथियारों में से एक है। रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक क्रूज मिसाइल ध्वनि की 7 गुना रफ्तार या मैक 7 की गति से हमला करने में सक्षम है। पश्चिमी विश्लेषक रूस की इस ताकत पर सवाल उठाते हैं लेकिन यह भी कहते हैं कि हाइपरसोनिक मिसाइल को ट्रैक करना और उसे इंटरसेप्ट करना बहुत मुश्किल है। पुतिन ने 2018 में दावा किया था कि जिरकॉन मिसाइल दुनिया के किसी भी हिस्से पर हमला कर सकती है और अमेरिका के बनाए डिफेंस सिस्टम को भी चकमा दे सकती है।
रूस ने अटलांटिक में क्यों तैनात की जिरकॉन मिसाइल – रूसी रक्षा मंत्री शोइगू ने कहा कि गोर्शकोव अटलांटिक, हिंद महासागर और भूमध्य सागर तक जाएगा। शोइगू ने कहा कि जिक्रोन्स से लैस यह जहाज समुद्र और जमीन पर दुश्मन के खिलाफ सटीक और शक्तिशाली हमले करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि हाइपरसोनिक मिसाइलें किसी भी मिसाइल रक्षा प्रणाली को मात दे सकती हैं। शोइगु ने यह भी बताया कि जिरकॉन मिसाइल ध्वनि की गति से नौ गुना अधिक गति से उड़ती है और इसकी सीमा 1,000 किमी से अधिक है। शोइगु ने कहा कि यात्रा का मुख्य कार्य रूस के लिए खतरों का मुकाबला करना और मैत्रीपूर्ण देशों के साथ संयुक्त रूप से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखना था।
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