वानखेड़े स्टेडियम की पिच का इतिहास और मैच की पूर्व संध्या पर इसकी सूरत को देखते हुए लग रहा था कि यहां फिर रन बरसेंगे। ऑस्ट्रेलिया के ओपनर मिचेल मार्श ने जिस सहजता से चौके और छक्के बरसाते हुए 81 रन (65 गेंद, 10 फोर, 5 सिक्स) बनाए उससे अनुमान लगाया जा सकता था कि इस बार भी ढेर सारे रन बनेंगे। मगर मिचेल की पारी को हटा दें ऑस्ट्रेलिया की ओर से हर बल्लेबाज ने स्विंग गेंदबाजों की मददगार पिच पर एक-एक रन के लिए संघर्ष किया। अर्धशतक बनाने के बावजूद केएल राहुल (91 गेंद में 75 रन) को नहीं बल्कि रविंद्र जडेजा (69 गेंद में 45 रन) को मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड से नवाजा गया।
शमी-सिराज का कहर – मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज के तीन-तीन विकेट की मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 188 रन पर समेट दिया, लेकिन फिर खुद पांचवें ओवर तक 16 रन पर तीन विकेट गंवा दिए। कुल 83 के टोटल तक पांच विकेट गंवा चुकी भारतीय टीम भी संकट में फंस गई थी। हाल के दिनों में अपनी फॉर्म को लेकर आलोचना झेल रहे केएल राहुल (75* रन, 91 गेंद) और लंबे समय बाद वनडे इंटरनेशनल खेल रहे रविंद्र जडेजा (45* रन, 69 गेंद) ने यहां से टीम को बाहर निकाला। दोनों ने नाबाद शतकीय साझेदारी निभाते हुए भारत को 40वें ओवर में ही पांच विकेट से जीत दिला दी।
फास्ट बोलर्स ने ली परीक्षा – पारी के दूसरे ही ओवर में मार्कस स्टोइनिस ने ईशान किशन (3) को पवेलियन भेजा। फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल भी 20 रन बनाकर मिचेल स्टार्क का शिकार बने जिनका कैच लाबुशेन ने लपका। स्टार्क का अगला शिकार विराट कोहली रहे जो चार रन ही बना सके जबकि सूर्यकुमार यादव खाता भी नहीं खोल पाए। कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पंड्या 25 रन बनाकर स्टोइनिस का शिकार हुए। इसके बाद राहुल और जडेजा ने मोर्चा संभाला।
ऑस्ट्रेलिया का पतन – इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी छह विकेट 7.5 ओवर में 19 रन के भीतर गंवा दिए। हार्दिक का दूसरे स्पेल में शमी को जल्दी बुलाने का फैसला सटीक साबित हुआ। कैमरन ग्रीन को शमी ने बेहतरीन गेंद पर आउट किया। उन्होंने दूसरे स्पेल में तीन ओवर में आठ रन देकर तीन विकेट चटकाए। दूसरी ओर दूसरे ही ओवर में भारत को कामयाबी दिलाने वाले सिराज ने दूसरे स्पेल में शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने 5.4 ओवर में 29 रन देकर तीन विकेट लिए।
मिचेल का आउट होना अहम – मार्श शतक की ओर बढ रहे थे लेकिन जाडेजा ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उन्होंने आखिरी शतक भारत के खिलाफ जनवरी 2016 में लगाया था। ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर मार्श ने थर्डमैन पर कैच दिया। जडेजा ने इसके बाद कुलदीप यादव की गेंद पर मार्नस लाबुशेन का एक हाथ से शानदार कैच लपका। शमी ने जोश इंगलिस को आउट किया तब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 28वें ओवर में पांच विकेट पर 169 रन था। शमी ने 30वें ओवर में ग्रीन को आउट किया।
Home / Sports / फिफ्टी ठोकने के बावजूद केएल राहुल नहीं बने मैन ऑफ द मैच, जीत में जडेजा ने लूट ली महफिल