आपने महिलाओं को पुरुषों के साथ खेलते देखा होगा. टेनिस हो, बैडमिंटन या फिर कोई और गेम महिलाओं के खेल में पुरुषों की तब एंट्री होती है जब वह डबल्स का टूर्नामेंट होता है. लेकिन अमेरिका में एक शख्स ने कानून के लूपहोल का फायदा उठाते हुए वुमेन चैंपियनशिप में एंट्री ले ली. इतना ही नहीं, टूर्नामेंट भी अपने नाम कर लिया. अब दुनियाभर में एक नई बहस छिड़ गई है कि इस शख्स को ऐसा करना चाहिए या नहीं.
फ्लोरिडा में महिलाओं का पोकर टूर्नामेंट हो रहा था. इसमें 70 वर्षीय डेविड ह्यूजेस ने भी एंट्री ले ली. उन्होंने दावा किया कि देश के कानून में कहीं नहीं लिखा कि महिलाएं पुरुषों के साथ नहीं खेल सकतीं. भेदभाव विरोधी कानून के अनुसार उन्हें इसमें शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए. इसके बाद डेविड को 82 अन्य महिलाओं के साथ टूर्नामेंट में एंट्री दी गई. इसकी भारी कीमत चुकाई. क्योंकि रूल के मुताबिक,- अगर कोई महिला उन्हें प्रवेश से रोकती तो उसे फीस में 90 फीसदी की छूट मिलती. लेकिन ह्यूजेस ने दूसरे स्थान पर रहने वाली दयाना सीबाटन को हराकर 5555 डॉलर में वह जगह हासिल कर लिया. बाद में वह टूर्नामेंट जीतने में सफल रहे.
सोशल मीडिया पर हंगामा हो गया – टूर्नामेंट में उनके शामिल होते ही सोशल मीडिया पर हंगामा हो गया. बहुत सारे लोगों ने उनके लिए पैसे लगाए. यहां तक कि ब्रिटिश खिलाड़ी चार्ली कैरेल ने भी ट्विटर पर उनका समर्थन किया.उन्होंने लिखा, एक ऐसी जगह जहां दिमाग का खेल है, आप किसी पुरुष को कैसे रोक सकते हैं. यहां शारीरिक श्रम जैसी स्थिति नहीं है. उन्हें रोकना पागलपन की तरह होगा.
मुझे टूर्नामेंट में पुरुषों के होने से कोई समस्या नहीं – हालांकि, पोकर हॉल ऑफ फेम लिंडा जॉनसन ने कहा-मुझे टूर्नामेंट में पुरुषों के होने से कोई समस्या नहीं. अगर मैं क्वालिफाई कर सकती हूं तो मैं भी बाइक रेसिंग टूर्नामेंट, हेयरकट टूर्नामेंट जैसे खेल में शामिल हो सकती हूं, वरना नहीं. बता दें कि ह्यूजेस महिलाओं के पोकर टूर्नामेंट में ऑल-इन करने वाले पहले पुरुष नहीं हैं. पूर्व वर्ल्ड सीरीज़ ऑफ़ पोकर सर्किट इवेंट के विजेता अब्राहम कोरोट्की ने अटलांटिक सिटी के बोर्गटा पोकर ओपन में महिलाओं की नो-लिमिट होल्ड एम इवेंट में पॉट जीता था.
Home / Off- Beat / महिलाओं के खेल में घुस गया पुरुष! सिर्फ खेला ही नहीं चैंपियन भी बन गया, दुनियाभर में छिड़ी एक नई बहस