पाकिस्तान के दिल कहे जाने वाले राजधानी इस्लामाबाद से अफगान राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल की बेटी सिलसिला का अपहरण रोकने में नाकाम रही इमरान खान सरकार ने इस पूरे मामले को ‘फर्जी’ करार दिया है। पाकिस्तान के बड़बोले गृहमंत्री शेख रशीद ने तो यहां तक दावा कर दिया है कि पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए यह ‘अंतरराष्ट्रीय रैकेट’ है। इसका नेतृत्व भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ कर रही है।
पाकिस्तानी गृहमंत्री शेख रशीद का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अफगानिस्तान ने अपने सभी वरिष्ठ राजनयिकों को इस्लामाबाद से वापस बुलाने का फैसला किया है। अफगान राजदूत की बेटी सिलसिला का शुक्रवार को इस्लामाबाद के एक बाजार से अपहरण कर लिया गया था। करीब 5 घंटे तक प्रताड़ित करने के बाद सिलसिला को एक सड़क पर फेंक दिया गया था। सिलसिला को काफी चोटें आई हैं और उनकी हड्डियां टूट गई हैं।
‘भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ ने दुनियाभर में इसे अपहरण का रूप दिया’ : पाकिस्तानी टीवी चैनल जिओ न्यूज के साथ बातचीत में शेख रशीद ने कहा कि अब तक जितनी जांच हुई है, उससे पता चलता है कि सिलसिला का अपहरण नहीं हुआ था। रशीद ने कहा, ‘कोई अपहरण नहीं हुआ। मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं कि यह एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट है और अंतरराष्ट्रीय साजिश है जो रॉ का अजेंडा है।’ उन्होंने दावा किया कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ ने दुनियाभर में इसे अपहरण का रूप देकर प्रसारित किया।
रशीद ने कहा कि सिलसिला ने टैक्सी लिया था लेकिन वह इस बात को नहीं मान रही हैं कि रावलपिंडी गई थीं। उन्होंने दावा किया कि सिलसिला ने इस दौरान इंटरनेट का भी इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच का अब केवल एक ही हिस्सा बचा हुआ है। हम अब सिलसिला के रावलपिंडी के फुटेज को हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजदूत की बेटी ने सभी डेटा को डिलीट करने के बाद अपना फोन जांच एजेंसियों को दिया था। पाकिस्तानी गृहमंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार अफगान राजदूत को पूरा सहयोग दे रही है लेकिन कुछ लोग भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ की शह पर प्रोपेगैंडा फैला रहे हैं।
अफगान राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को दिया सख्त संदेश : इस बीच अफगानिस्तान ने इस्लामाबाद में अपने राजदूत की बेटी के अपहरण के मामले में सख्त कदम उठाते हुए दूतावास के कर्मचारियों को वापस बुला लिया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी के आदेश के बाद पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत और दूसरे अन्य राजनयिक इस्लामाबाद छोड़कर काबुल लौट आए हैं। अफगानिस्तान राष्ट्रपति के सलाहकार वहीद ओमर ने बताया कि अशरफ गनी ने कहा है कि कहा कि अफगान राजदूत की बेटी के अपहरणकर्ताओं को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में अफगान राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। दोनों देशों के बीच तालिबान को समर्थन दिए जाने के मुद्दे पर पहले से ही तनाव बना हुआ है।
पाव भर के परमाणु बम बनाने का दावा कर चुके हैं रशीद : पाकिस्तान के बड़बोले नेता शेख रशीद ने कुछ समय पहले भारत को धमकी देते हुए यह तक कहा था कि पाकिस्तान के पास सवा सौ ग्राम और ढाई सौ ग्राम के भी परमाणु बम हैं जो किसी खास टारगेट पर मार कर सकते हैं। उन्होंने कहा था, ‘भारत सुन ले कि पाकिस्तान के पास पाव और आधा पाव के ऐटम बम भी हैं जो किसी खास इलाके को निशाना बना सकते हैं।’ इस बयान के लिए सोशल मीडिया पर उनकी खिल्ली भी उड़ी थी।